भोपाल।
प्रदेश में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के बीच कोताही बरतने में एक बार फिर से लापरवाही हुई है। राजधानी के सुल्तानिया अस्पताल में कोविद -19 के संक्रमित डॉक्टर के संपर्क में आने वाली महिला मरीज की शनिवार शाम तक जांच नहीं की गई। डॉक्टर की रिपोर्ट शुक्रवार को पॉजिटिव आई थी। उसके बाद उस डॉक्टर के संपर्क में आए हुए लोगों की सूची में भोपाल, आसपास के जिलों से सैकड़ों रोगियों, नवजात शिशुओं और उनके रिश्तेदारों को शामिल किया गया है। जो इलाज के लिए प्रसूति देखभाल अस्पताल में आए थे। वहीं अन्य डॉक्टर, पोस्ट ग्रेजुएट छात्र संक्रमित डॉक्टर के जांच परिणाम आने से पहले सात दिनों के लिए ऑपरेशन थियेटर में ड्यूटी पर थे। जहां ऑपरेशन के बाद संक्रमित डॉक्टर करीबन 40 से 50 लोगों के संपर्क में आया था।
इस बीच शनिवार को सुल्तानिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ आईडी चौरसिया ने कहा कि मरीजों की सूची में भोपाल और आसपास के जिलों जैसे विदिशा, सीहोर, रायसेन और अन्य के लोग शामिल हैं। डॉक्टर के एक टीम ने पहले ही 31 डॉक्टरों और अस्पताल के अन्य 141 सहायक कर्मचारियों को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है। वहीं संक्रमित डॉक्टर के संपर्क में आने वाले लोगों की सूची तैयार की जा रही है।इधर डॉ चौरसिया ने कहा कि अगर मरीज संक्रमित भी है तो हमारे पास कोविद -19 की जांच करने के लिए कोई उपकरण नहीं है। उन्होंने कहा कि हमने कोविद -19 के लिए तेजी से होने वाले जांच किट के बारे में सुना है लेकिन अब तक वह उपलब्ध नहीं हो पाया है। अब तक केवल एक मरीज जिसमें कोविद -19 के लक्षण दिखा था उसे हमीदिया अस्पताल रेफर किया गया था।
अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि कोविद -19 संक्रमित के संपर्क में आने वाले मरीजों की सूची सोमवार तक तैयार की जाएगी। यह माना जा रहा है कि प्रत्येक मरीज कम से कम एक रिश्तेदार के साथ आया होगा। संभव है कि उन परिवारों के सदस्य भी उन संपर्क में आएंगे। जिसके साथ उन सभी की जांच की आवश्यकता होगी। वहीं शंकर में डॉक्टर के संपर्क में आने वाले लोगों को अब तक अस्पताल प्रशासन ने होम क्वॉरेंटाइन की कोई हिदायत नहीं दी है।