MP News: हाई कोर्ट का बड़ा आदेश, भोजशाला सर्वे की अवधि को 8 सप्ताह के लिए बढ़ाया, अब इस दिन रिपोर्ट सौपेगी ASI

धार जिले में स्थित भोजशाला विवाद के सर्वे को लेकर ASI का सोमवार, 29 अप्रैल को 39वां दिन था। वहीं इस सर्वे में हिंदू पक्ष का दावा है कि विवादित स्थल के तीनों दिवारों पर सनातनी अवशेष, मूर्तियां, कई शिलालेख और गोमुख मिले हैं।

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Bhojshala ASI Survey

Dhar Bhojshala ASI Survey Update: मध्य प्रदेश के धार जिले में स्थित भोजशाला विवाद को लेकर एक बड़ी अपडेट आई है। जहां मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ ने सोमवार को आर्कियोलॉजी सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) की मांग को मंजूर करते हुए 8 सप्ताह के लिए सर्वे के समय और बढ़ा दिया है। इसके साथ ही हाई कोर्ट की तरफ से सर्वे पर रोक लगाने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया गया है।

हाई कोर्ट ने बढ़ाई सर्वे का समय

भोजशाला विवाद को लेकर आज यानी सोमवार को ASI द्वारा रिपोर्ट सौंपनी थी। लेकिन सर्वे का काम बाकी होने के कारण ASI ने समय बढ़ाने की मांग की गई थी, जिसको हाई कोर्ट ने मंजूरी दे दी है। अब ASI 8 सप्ताह बाद सर्वे का रिपोर्ट सौंपेगी। वहीं कोर्ट ने समयावधि बढ़ाने के साथ ही अब आगे सर्वे की अवधि को नहीं बढ़ाने का आदेश दिया है। इसके अलावा ASI सर्वे पर रोक लगाने वाली मुस्लिम पक्ष की याचिकाओं को खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट में जाने की बात कही है।

4 जुलाई को हाई कोर्ट को सौपेगी सर्वे का रिपोर्ट

आर्कियोलॉजी सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा धार स्थित भोजशाला विवाद पर सर्वे की रिपोर्ट अब 8 सप्ताह बाद 4 जुलाई को सौंपना होगा। ASI सर्वे का रिपोर्ट मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ को सौंपेगी।

हिंदू पक्ष ने सनातनी अवशेष मिलने का किया दावा

गौरतलब है कि धार जिले में स्थित भोजशाला विवाद के सर्वे को लेकर ASI का सोमवार, 29 अप्रैल को 39वां दिन था। वहीं इस सर्वे में हिंदू पक्ष का दावा है कि विवादित स्थल के तीनों दिवारों पर सनातनी अवशेष, मूर्तियां, कई शिलालेख और गोमुख मिले हैं। इसके अलावा दरगाह परिसर में मिले शिलालेख पर केमिकल क्लीनिंग की जा चुकी है और गर्भगृह के सामने वाली उत्तर दक्षिण दिशा में उत्खनन का काम चल रहा है।


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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