भोपाल। मध्य प्रदेश से बीजेपी के राज्य सभा सांसद धर्मेंद्र प्रधान को मोदी कैबिनेट में दूसरी बार मंत्री बनाया गया है। 2014 में बीजेपी को मिली प्रचंड जीत के बाद वह पार्टी के बड़े नेताओं के तौर पर उभरे थे। गुरूवार को उन्होंने दूसरी बार मोदी सरकार के कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
धर्मेन्द्र देवेन्द्र प्रधान ने पिछली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, कौशल विकास एवं उद्ययम मंत्री थे। उन्होंने 2019 लोकसभा चुनावों में ओडिशा में भाजपा की रणनीति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। वह 2018 में मध्यप्रदेश से राज्य सभा के सदस्य चुने गये थे। भाजपा के पूर्व सांसद डॉ देवेन्द्र प्रधान के पुत्र 49 वर्षीय भाजपा नेता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रमुख योजनाओं में शामिल प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। इस योजना के तहत गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाओं को घरेलू गैस का कनेक्शन उपलब्ध कराया जायेगा।
धर्मेंद्र प्रधान का राजनीतिक सफर
धर्मेंद्र प्रधान ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1983 में अभाविप से जुड़कर की थी। 2000 में वो पहली बार चुनावी राजनीति में उतरे। ओडिशा के पल्लहारा विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर विधायक चुने गए। विधानसभा चुनाव में धर्मेंद्र प्रधान की ये पहली और आखिरी जीत थी। इसके बाद 2004 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने अपने पिता की सीट से किस्मत आजमाई। ओडिशा के देवगढ़ संसदीय सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े और जीते। 1998 और 1999 के चुनाव में इस सीट से धर्मेंद्र प्रधान के पिता देबेंद्र प्रधान सांसद चुने गए थे। वह अटल जी की सरकार में राज्यमंत्री का पद संभाल चुके थे। देबेंद्र प्रधान ने अपने बेटे के लिए सीट खाली कर दी थी। 2009 के विधानसभा चुनाव में धर्मेंद्र प्रधान पल्लहारा सीट से एक बार फिर खड़े हुए। लेकिन इस बार उन्हें हार मिली। इसके बाद धर्मेंद्र प्रधान चुनावी राजनीति में नहीं उतरे। 2012 में भाजपा ने उन्हें बिहार से राज्यसभा भेजा। 2018 में उन्हें मध्य प्रदेश से राज्यसभा भेजा गया।
उज्ज्वला योजना का है अहम योगदान
2014 की मोदी सरकार में पेट्रोलियम मंत्रालय का प्रभार संभालते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी उज्ज्वला योजना को कामयाब बनाया था। इसी के तहत देश के गरीब परिवारों को मुफ्त में गैस कनेक्शन दिए गए। भाजपा इस योजना की कामयाबी को जनता के बीच ले जाकर चुनावों में उतरी। मोदी सरकार की वापसी में इस योजना की अहम भूमिका रही है। धर्मेंद्र प्रधान ने ओडिशा का प्रभारी रहते हुए पार्टी को राज्य में बढ़त दिलाई। ओडिशा में पार्टी के विस्तार में मदद की वजह से धर्मेंद्र प्रधान का कद बढ़ा है।। यही कारण है कि प्रधानमंत्री मोदी की दूसरी पारी में भी मंत्रीमंडल में स्थान मिलना लगभग तय है।