भोपाल।
कांग्रेस में इस्तीफों की झड़ी के बीच नई प्रदेश अध्यक्ष की भी अटकलें तेज हो चली है। कयास लगाए जा रहे है कि आज दिल्ली पहुंचकर सीएम कमलनाथ नए प्रदेशाध्यक्ष के पद के लिए नए नाम पर बड़े नेताओं से चर्चा कर सकते है।वही एक बार फिर सिंधिया को प्रदेशाध्यक्ष की कमान सौंपने की चर्चाएं शुरु हो गई है। सिंधिया समर्थक मंत्रियों के बाद अब सिंधिया के धुर विरोधी माने जाने वाले कमलनाथ सरकार में मंत्री ने ने भी प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए सिंधिया की वकालत की है। मंत्री का कहना है कि अगर ऐसा होता है तो आने वाले समय को पार्टी को फायदा मिलेगा।
दरअसल, लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद से ही प्रदेश कांग्रेस संगठन में बदलाव की चर्चा जारों पर है।पार्टी के कई बड़े नेता हाईकमान से बदलाव की मांग कर चुके है।इसके लिए बीते दिनों कई मैराथन बैठके भी हुई, लेकिन अंतिम फैसला ना हो सका। अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी के दुख जताने के बाद एक बार फिर इन चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है। खबर है कि इसके लिए कमलनाथ आज दिल्ली भी जाने वाले है, जहां नए प्रदेशाध्यक्ष को लेकर चर्चा की जा सकती है। इसी बीच कमलनाथ सरकार में सहकारिता मंत्री गोविंद का बड़ा बयान सामने आया है। सिंह ने सिंधिया को प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपने की बात कही है। हैरानी की बात तो ये है कि अब तक केवल सिंधिया समर्थक मंत्रियों द्वारा ही इस तरह की मांग की जा रही थी लेकिन अब सिंधिया के धुर विरोधी माने जाने वाले गोविंद सिंह ने भी इसकी वकालत की है।
मीडिया से चर्चा के दौरान मंत्री ने कहा कमलनाथ जी के पास दो पद है, उन्होंने चुनाव के बाद ही अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी, हाईकमान को भी इससे अवगत कराया था। नए प्रदेशाध्यक्ष को लेकर चर्चा चल रही है। वही मंत्री ने कहा कि यदि सिंधिया प्रदेश अध्यक्ष बनते है तो पार्टी को फायदा होगा।सिंधिया के नेतृत्त्व में पार्टी अच्छा काम करेगी। वो युवा है , वरिष्ठ नेता है। सालों से कांग्रेस से जुड़े हुए है।सिंधिया को अगर ये जिम्मेदारी दी जाती है तो सीएम कमलनाथ की तरह वे भी पार्टी को आगे तक ले जाएंगें। पार्टी मजबूती से काम करेगी और चरम तक पहुंचेगी।