ED registered case against Saurabh Sharma: परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के घर पर हुई लोकायुक्त रेड में मिली करोड़ों की सम्पति और कार में मिले सोने के बिस्किट और कैश के खुलासे के बाद अब इसमें प्रवर्तन निदेशालय यानि ED भी एक्टिव हो गया है उसने सौरभ शर्मा और उसके सहयोगी चेतन सिंह गौर के खिलाफ मनी लांड्रिंग एक्ट के अंतर्गत केस दर्ज कर लिया है। इधर DRI, डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस ने भी सोने की शुद्धता की जाँच शुरू कर दी है, वहीं लोकायुक्त ने एक स्पेशल टीम पूरे मामले की जाँच के लिए गठित कर दी है।
लोकायुक्त डीजी जयदीप प्रसाद ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि हमें 17 दिसंबर को सौरभ शर्मा के पास अनुपातहीन संपत्ति होने की शिकायत मिली थी एक दिन कन्फर्म करने में लगा उसके बाद 19 की सुबह हमने रेड की जो 20 की सुबह तक चली, इसमें कई डोक्युमेंट मिले करीब 8 करोड़ रुपए की संपत्ति मिली, हमने दस्तावेजों की जाँच के आधार पर सौरभ शर्मा, उसके सहयोगी चेतन सिंह गौर को आरोपी बनाया इसके अलावा दस्तावेज में मिले नाम के आधार पर एक अन्य शरद जायसवाल को भी आरोपी बनाया।
लोकायुक्त की स्पेशल टीम करेगी मामले की जाँच
डीजी लोकायुक्त ने बताया कि हमने एक स्पेशल टीम गठित की है तीन सदस्यीय टीम को डीएसपी वीरेंद्र सिंह लीड करेंगे, एक सवाल के जवाब में जयदीप प्रसाद ने कहा कि सौरभ शर्मा और चेतन सिंह गौर के कनेक्शन किन किन के साथ है ये जाँच का विषय है अभी बहुत अर्ली स्टेज है अभी तो रेड ही ख़त्म हुई है कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
सौरभ की लोकेशन को लेकर ये बोले डीजी लोकायुक्त
सौरभ की लोकेशन के बारे में पूछने पर डीजी जयदीप प्रसाद ने कहा कि हम पता लगा रहे हैं, उन्होंने कहा कि लोकायुक्त इसमें कई एंगल से काम कर रही है, इसमें जीतने भी लोग शामिल पाए जायेंगे उनकी भूमिका के आधार पर आरोपी बनाये जायेंगे कोशिश की जाएगी कि जाँच जल्दी से पूरी हो जाये।