नवोदय विद्यालयों में संस्कृत वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल, MP के सांसद की मांग पर निर्णय

Pratik Chourdia
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देवास, सोमेश उपाध्याय। देवास सद महेंद्र सिंह सोलंकी (mahendra singh solanki) ने हाल ही में देश के शिक्षा मंत्री (education minister) रमेश पोखरियाल निशंक (ramesh pokhriyal nishank) के समक्ष एक महत्वपूर्ण माँग रखी। उनके द्वारा की गई यह मांग शिक्षा, संस्कृति और धरोहर के सम्मान और उसके बचाव के नजरिये से काफी महत्वपूर्ण मांग है। खबर है कि सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी द्वारा की गई इस मांग को शिक्षा मंत्री ने स्वीकृति प्रदान कर दी है।

दरअसल पिछले दिनों सांसद सोलंकी ने सभी जवाहर नवोदय विद्यालयों में विद्यार्थियों के कोर्स में संस्कृत (sanskrit) विषय को भी शामिल करने की मांग की थी। अब इस मांग को स्वीकारते हुए मन्त्री निशंक ने आदेश जारी कर दिए है। शिक्षा मंत्री के निर्देश के बाद अब नवोदय विद्यालय समिति (navoday vidyalay samiti) ने देशभर के सभी जवाहर नवोदय विद्यालयों में संस्कृत को वैकल्पिक विषय (optional subject) के तौर पर शामिल करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही अब जवाहर नवोदय विद्यालय में पढ़नेवाले छात्र स्वेच्छा से संस्कृत विषय की पढाई कर सकेंगे।

शिक्षा मंत्री

फिलहाल नवोदय विद्यालयों में ऑप्शनल सब्जेक्ट के तौर पर कंप्यूटर साइंस और बॉयो टेक्नॉलाजी जैसे विषयों की पढ़ाई होती है।वही प्रस्ताव की मंजूरी के बाद अब छात्र संस्कृत  विषय को भी ऑप्शनल सब्जेक्ट के तौर पर चुन सकते हैं। मांग को स्वीकृति मिलने के बाद सांसद सोलंकी ने सोशल मीडिया के माध्यम से शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का आभार जताया।


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CTO & Digital Head of MP Breaking News

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