भोपाल। भोपाल से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ उमा भारती के चुनाव लड़ने की चर्चा जोरो पर है| उमा भारती ने साल 2003 में दिग्विजय सिंह को सरकार से बाहर किया था | इसके अलावा वो भोपाल से सांसद भी रह चुकी है| बीजेपी और संघ चाहता है कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ बीजेपी भोपाल से हिंदुत्ववादी कट्टर चेहरे या फिर संघ के बैकग्राउंड वाले व्यक्ति को चुनाव में उतारा जाय यही वजह है कि साध्वी प्रज्ञा के नाम पर भी विचार किया गया पर दांव उमा भारती पर खेलने की तैयारी है| ऐसा होता है तो भोपाल सीट पर वोटों का ध्रुवीकरण देखने मिल सकता है|
भोपाल को बीजेपी की सुरक्षित सीट भी माना जाता है, यहां पार्टी पिछले 30 सालों से चुनाव जीतती आ रही है| दिग्विजय सिंह 1993 से 2003 तक लगातार 10 सालों तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, 2003 में मिली हार के बाद 16 सालों से दिग्विजय सिंह कोई भी चुनाव नहीं लड़े हैं| वहीं इस चुनाव को दिग्विजय सिंह पार्टी का चुनाव बताकर मैदान में उतरे हैं| लेकिन अब तक बीजेपी की ओर से किसी भी नाम पर अंतिम मुहर नहीं लगी है| दिग्वजय सिंह के चुनाव में सॉफ्ट हिंदुत्व के रास्ते अपनाने के बाद बीजेपी कटटर हिन्दू चेहरे पर दांव खेलने जा रही है ! भोपाल से दिग्विजय सिंह का नाम आने के बाद से ही बीजेपी से कटटर हिंदुत्व चेहरे की तलाश में थी पर खबरों के मुताबिक़ बीजेपी की तलाश उमा भारती के नाम पर जाकर खत्म हो सकती है|
बीजेपी की तरफ से साध्वी प्रज्ञा के साथ संघ के बीड़ी शर्मा का नाम भी चर्चा में था| बीजेपी ने इस फैसले के नफा-नुकसान के बारे में सोच रखा है| यदि ऐसा होता है तो भोपाल सीट पर काफी ध्रुवीकरण देखने को मिल सकता है। हालाँकि कांग्रेस का दावा है कि दिग्विजय के सामने कोई भी हो कोई फर्क नहीं पड़ता वंही बीजेपी सुरक्षित सीट माने जाने वाली भोपाल सीट से जीत को लेकर आश्वस्त है|
उमा भारती है हिंदुत्व का बड़ा चेहरा
उमा भारती राममंदिर के समय से ही बीजेपी में हिंदुत्व का चेहरा रही है| मध्य प्रदेश में दिग्विजय सिंह की सरकार को उखाड़ फेंकने में उनका बड़ा योगदान था| उमा भारती राममंदिर की अगुवा नेता है और खुद को राम का भक्त बताने वाले दिग्विजय सिंह को हर मोर्चे पर जबाब देने में सक्षम है| उमा भारती भोपाल से सांसद रही है लिहाजा वो भोपाल के चप्पे चप्पे से वाकिफ है| उनकी ये तमाम खूबी कांग्रेस पर भारी है | अगर उमा भारती भोपाल से उम्मीदवार होती है तो इसका फायदा बीजेपी को पूरे देश में मिलेगा| उमा भारती के चुनावी मैदान में होने से दो पूर्व मुख्यमंत्रियों की जंग भी देखना दिलचस्प होगा, मुकाबला रोचक होगा|