भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) के कलेक्टर अविनाश लवानिया (Collector Avinash Lavania) ने नए साल में ऐसा काम किया है, जिसकी देशभर में चर्चा हो रही है। भोपाल कलेक्टर ने थर्ड जेंडर (Third gender) को आईडी कार्ड (ID Card) जारी किए है। खास बात ये है कि अब तक ट्रांसजेंडर (Transgender) के पास कोई ID नहीं होती थी, उनके पास सिर्फ आधार, वोटर कार्ड जैसे दस्तावेज होते हैं, लेकिन देश में पहला यह मौका है जब ट्रांसजेंडर को अपनी एक अलग पहचान के लिए आईडी कार्ड दिए गए है।
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दरअसल, कलेक्टर अविनाश लवानिया ने थर्ड जेंडर कम्युनिटी के विकास और शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए एक विशेष पहल की है जिसमें भोपाल के ट्रांसजेंडर को पहचान पत्र (आईडी कार्ड) दिए जाने की शुरुआत की है। देश में थर्ड जेंडर को पहचान पत्र शुरू करने के बाद अब सामाजिक न्याय विभाग के साथ अन्य योजनाओं का लाभ भी इस समाज के वर्ग को उपलब्ध हो सकेगा।
सामाजिक न्याय विभाग (Social justice department) के संयुक्त संचालक आर.पी. सिंह ने बताया कि भोपाल जिले ने संभवत देश में पहली बार इस प्रकार की कार्रवाई से ट्रांसजेंडर समाज को एक विशेष पहचान मिलेगी। इसके साथ ही शासन की योजनाओं का लाभ भी मिल सकेगा और शासन (State Government) स्तर पर योजनाएं भी बनाई जा सकेंगी। भोपाल जिले में इसकी शुरुआत की गई है अब भोपाल के सभी ट्रांसजेंडर के पहचान पत्र बनाए जाएंगे।
बता दें कि भोपाल जिले में 167 थर्डजेंडर हैं जिनके नाम वोटिंग लिस्ट में हैं।आने वाले दिनों में सभी को आईडी कार्ड जारी किए जाएंगे। पहले जिन ट्रांसजेंडरों को पहचान पत्र दिए गए है, उनमें संजना सिंह (Sanjana Singh) और जुबेर सैयद जूली (Juber Syed Julie का नाम शामिल हैं।