भोपाल। दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में आयोजित भव्य शपथ ग्रहण समारोह में गुरूवार को नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली| मोदी मंत्रिमंडल में मध्य प्रदेश को खास तरजीह दी गई है| प्रदेश से चार सांसदों को मंत्री बनाया गया है| मुरैना से चुनाव जीते नरेंद्र सिंह तोमर और राज्यसभा सदस्य थावरचंद गहलोत ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली है। वहीं दमोह से सांसद प्रहलाद पटेल को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और मंडला से सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते को राज्यमंत्री की शपथ दिलाई गई है।
मोदी सरकार के पूर्व कार्यकाल में प्रदेश से दो सांसद मंत्री रह चुके हैं। इनमें ग्वालियर से पिछला चुनाव जीते नरेंद्र सिंह तोमर और राज्य सभा सांसद थावरचंद गहलोत मंत्री रह चुके हैं। सिंह के पास ग्रामीण विकास और कोयला मंत्रालय रहा है। वहीं, इस बार मोदी कैबिनेट में दमोह सांसद प्रहलाद पटेल को भी जगह दी गई है। वह पूर्व में अटल बिहारी वायपेयी की सरकार में मंत्री रह चुके हैं। पिछले बार की तरह इस बार भी प्रदेश से चार मंत्री बनाए गए हैं। वहीं स्यास्थ्य कारणों से चुनाव नहीं लड़ी सुषमा स्वराज और पिछली बार मंत्री रहे वीरेंद्र कुमार खटीक को मंत्री मंडल में शामिल नहीं किया गया है|
नरेंद्र तोमर का केंद्र में दबदबा
मध्य प्रदेश में कई सालों तक अहम भूमिका में रहे नरेंद्र सिंह तोमर का केंद्र में दबदबा कायम है| मोदी के करीबी तोमर को एक बार फिर मंत्री बनाया गया है| वह इस बार मुरैना से सांसद बनकर 17 वीं लोकसभा में पहुंचे हैं। उनका जन्म मुरैना के ओरेठी गांव में 12 जून 1957 को हुआ था। उनकी पिता किसान थे। वह कॉलेज के दिनों से ही राजनीति में सक्रिय हो गए थे। वह कॉलेज के वक्त एबीवीपी में शामिल हुए। फिर उन्होंने छात्र संघ का चुनाव भी लड़ा और अध्यक्ष चुने गए। उन्होंंने पहला चुनाव पार्षद का लड़ा था। जिसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा। वह 1998 में ग्वालियर से विधायक चुने गए। 2003 में वो दूसरी बार विधानसभा चुनाव लड़े और जीते फिर प्रदेश सरकार में मंत्री बनाए गए। 2008 में वे मध्य प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भी रहे। 2014 में नरेंद्र सिंह तोमर ग्वालियर से सांसद चुने गए थे| इस बार उन्होंने मध्य प्रदेश की मुरैना संसदीय सीट से जीत हासिल की है. यहां से तोमर ने कांग्रेस के रामनिवास रावत को 113341 वोटों से मात दी है।
थावरचंद गहलोत दूसर बार मोदी की टीम में
राज्यसभा सांसद थावरचंद गहलोत को इस बार भी मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिली है। पिछले राष्ट्रपति चुनाव में भी राष्ट्रपति पद के प्रमुख दावेदारों में से एक थे। गहलोत मोदी के पिछले मंत्रिमंडल में भी सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री रह चुके हैं। वे नागदा के रहने वाले हैं। उनका जन्म 18 मई 1948 को हुआ था। उन्होंने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से स्नातक की डिग्री हासिल की है। गहलोत 1996 से 2009 तक लोकसभा के भी सदस्य रह चुके हैं।
छह बार के सांसद कुलस्ते फिर बने मंत्री
मंडला लोकसभा सीट से छह बार के सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते को एक बार फिर मोदी कैबिनेट में जगह मिली है। वे पहले भी केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। कुलस्ते पार्टी का सबसे बड़ा आदिवासी चेहरा माने जाते हैं। फग्गन सिंह कुलस्ते ने कांग्रेस के कमल मरावी को 97 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है।
प्रहलद पटेल-अटल सरकार में रहे थे मंत्री, अब मोदी कैबिनेट में मिली जगह
मध्य प्रदेश के दिग्गज नेता और दमोह लोकसभा सीट से सांसद प्रह्ललाद पटेल को मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। प्रह्लाद पटेल ने दमोह लोकसभा सीट से दूसरी बार चुनाव जीता है। इस बार अपनी ही पिछली जीत का रिकॉर्ड तोड़ते हुए उन्होंने कांग्रेसी प्रत्याशी प्रताप सिंह लोधी को 3 लाख 53 हजार 411 वोटों से पराजित किया है। दमोह लोकसभा क्षेत्र से यह पहला मौका है कि किसी सांसद को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। पटेल का जन्म 28 जून 1960 को नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव तहसील में हुआ था। करीब डेढ़ दशक पहले पैदल नर्मदा यात्रा कर चुके हैं। अटल बिहारी वाजपेयी के नेत्तृव में बनी एनडीए सरकार में पटेल पहली बार मंत्री बने थे। अटलजी ने उन्हें कोयला मंत्रालय में राज्यमंत्री बनाया था। पटेल चार से बार से सांसद हैं। 2019 का चुनाव उन्होंने दमोह लोकसभा क्षेत्र से जीता है। 1999 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर मध्य प्रदेश के बालाघाट से लोकसभा का चुनाव जीता था। वे पेशे से अधिवक्ता हैं। वे असंगठित मजदूर संघ’ के अध्यक्ष तथा बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं।