ग्वालियर। प्रदेश के वाणिज्य कर मंत्री ब्रजेन्द्र सिंह राठौर ने आज चैम्बर ऑफ कॉमर्स में आयोजित संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उद्योग पतियों और व्यवसायियों ने इस दौरान उनको जीएसटी और टेक्स जमा करने में आ रही परेशानियों और विसंगतियों से अवगत कराया और उन्हें जल्द दूर करने की मांग की । मंत्री राठौर ने संपत्तियों के कलेक्टर रेट में 20 फीसदी कटौती को जनहित और व्यापारिक हित में एक बड़ा कदम बताते हुए कहा कि टेक्स में कमी और जीएसटी की विसंगतियों को दूर करने के लिये सरकार जीएसटी काउंसिल में जाएगी। इस दौरान कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी मौजूद रहे।
मध्यप्रदेश चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स ने आज वाणिज्य कर मंत्री ब्रजेन्द्र सिंह राठौर को ग्वालियर के व्यापारियों के बीच आमंत्रित किया। स्वागत की औपचारिकता के बाद मानसेवी सचिव डॉ प्रवीण अग्रवाल ने सिलसिलेवार व्यापार और उद्योग में आ रही समस्याओं से उन्हें अवगत कराया जिसमें जीएसटी भरने में मिस मैच, एक्साइज में बढ़ोतरी कृषि मशीन रिपेयरिंग में टेक्स,वार्षिक रिटर्न में परेशानी और जीएसटी को 28 की जगह 18 फीसदी करने, की व्यापारियों की तरफ से मांग की साथ ही प्रोफेशनल टेक्स खत्म करने और व्यापारी सुरक्षा पेंशन लागू करने के लिए भी कहा। पूरी बात सुनने के बाद मंत्री राठौर ने बताया कि कलेक्टर गाइड लाइन में 20 फीसदी की कमी सरकार ने की है जो आपसी बंटवारे और महिलाओं को राहत देने वाली बात है वहीं जहां तक जीएसटी के रेट में कमी की बात है उसे जीएसटी काउंसिल में रखने की कोशिश सरकार पूरी ताकत से करेगी। साथ ही मध्यप्रदेश स्तर पर जो परेशानी आ रही है हमने आवश्यक निर्देश जारी कर दिये है। वाणिज्य कर मंत्री राठौर ने कहा जहाँ तक टेक्स जमा करने में विसंगतियों अन्य असुविधाएं की बात है ग्वालियर ही नहीं पूरे मध्यप्रदेश में इसका निदान हम करायेंगे। ग्वालियर को व्यवसाय और उद्योग हब बनाने के पत्रकारों के सवाल पर मंत्री ने कहा कि जल्द ही इसपर विचार किया जाएगा जिससे मुख्यमंत्री की उद्योगों से 70 फीसदी बेरोजगारों को रोजगार मिलने की घोषणा भी अमल में आयेगी।
संवाद कार्यक्रम में व्यापारियों के साथ टेक्सेशन को लेकर रिसर्च करने वाले जानकार और संगठन के जिम्मेदार लोग भी शामिल थे व्यवसायियों के साथ उन्होंने भी व्यवसाय और व्यापारियों की समस्याओं और कलेक्टर गाइड लाइन पर अपने विचार रखे और टेक्स में 2 फीसदी बढ़ोतरी और अन्य विसंगतियों पर मंत्री का ध्यान दिलाया।