MP: चुनाव में हार के बाद भाजपा में बढ़ी कलह, मुखर हो रहे नेता

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भोपाल। विधानसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा में अंदरूनी कलह शुरू हो गई है। वरिष्ठ नेता जयभान सिंह पवैया ने खुद की हार के बाद शीर्ष नेताओं की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। वहीं स्थानीय नेता अवधेश भदौरिया ने केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के खिलाफ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। इधर बुरहानपुर से भाजपा प्रत्याशी अर्चना चिटनीस ने वोट नहीं देने वालों को सार्वजनिक तौर पर देख लेने की चेेतावनी दी है। 

जयभान सिंह पवैया ने कहा कि पार्टी के बड़े नेता मर्यादा का ध्यान रखते तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चौथी बार शपथ ले रहे होते। हार के बाद पवैया मुखर हो गए हैं। पार्टी में हुए भितरघात को लेकर पवैया खुलकर सामने आ गए हैं। हार के बाद अपने घर पर उन्होंने आभार सभा का आयोजन किया था। इसी आभार सभा में उन्होंने बिना नाम लिए भाजपा के क्षत्रप पर निशाना साधते हुए कहा कि, अगर पार्टी में बड़े पदों पर बैठे लोग मयार्दा का ध्यान रखते तो मुख्यमंत्री पद की शपथ शिवराज सिंह चौहान ले रहे होते। एट्रोसिटी एक्ट पर भी जयभान सिंह पवैया ने दो टूक अंदाज में कहा कि, कोई भी इस मामले में चल रही अंदरूनी लहर को नहीं भांप सका। इसके दोहरे दुष्प्रचार का खामियाजा भाजपा ने इस चुनाव में खासकर इस अंचल में भुगता। जब उनसे भितरघात करने वाले क्षत्रप का नाम पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह पार्टी में हैं, कुछ मयार्दाएं हैं, इसलिए अपनी बात पार्टी फोरम पर ही रखेंगे। 

तोमर पर लगाए गंभीर आरोप 

दो बार भाजपा अध्यक्ष रह चुके हैं एवं चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। हर चुनाव में मुख्य भूमिका में रहने वाले तोमर के खिलाफ पिछले तीन चुनावों में पहली इस तरह के आरोप लगाए गए हैं। ग्वालियर भाजपा से जुड़े वरिष्ठ पदाधिकारी अवधेश भैदारिया ने शाह को लिखे पत्र में कहा कि चुनाव में तोमर की भूमिका संदिग्ध रही है। हालांकि इस पर अभी तक तोमर की ओर से कोई बयान नहीं आया है। 


वोट नहीं देने वालों को रुला नहीं दिया तो मेरा नाम अर्चना नहीं

बुरहानपुर से भाजपा प्रत्याशी अर्चना चिटनीस इस बार चुनाव हार गई हैं। चिटनीस ने हार के बाद जनता का आभार जताने एक सभा बुलाई जिसमें उन्होंने कहा जिन लोगों ने मुझे वोट नहीं दिया उनको अगर मैंने रूला ना दिया तो मेरा नाम अर्चना चिटनीस नहीं है। चिटनीस ने कहा कि जो कमाल मैंने सत्ता में रहकर किया वैसा ही रोल मैं सत्ता से बाहर रहकर भी बहुत खुबसूरती से निभाऊंगी।अर्चना की इस खुली धमकी को भाजपा के अंदरूनी कलह से जोड़कर देखा जा रहा है। बुरहानपुर में क्षेत्रीय सांसद नंदकुमार चौहान और अर्चना चिटनीस एक दूसरे के कट्ठर राजनीतिक विरोधी हैं। 


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