खंडवा। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नही ले रही है। टिकट ना मिलने से नाराज नेता लगातार बगावत कर रहे है। अब निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा ने पत्नी को निर्दलीय चुनाव लड़ाने का फैसला किया है। इसके लिए वे अपनी पत्नी जयश्री सिंह का खंडवा लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल करवाएंगें। शेरा ने कहा अरुण यादव को खंडवा में कोई नहीं पहचानता। उनकी जमानत जप्त होगी। बता दे कि कांग्रेस ने यहां से पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव और बीजेपी ने पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान को मैदान में उतारा है। इस ऐलान के बाद से ही कांग्रेस में हड़कंप की स्थिति है, पार्टी नेता लगातार शेरा को मनाने की कोशिश में जुटे हुए है।
दरअसल, विधानसभा चुनाव के बाद से ही मंत्री पद ना मिलने के कारण निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा पार्टी से नाराज चल रहे है। वे कई बार पार्टी को इसके लिए धमकी भी दे चुके है। वही हाल ही में उन्होंने खंडवा से अपनी पत्नी के लिए टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव को टिकट दे दिया। जिससे उनकी नाराजगी और बढ़ी और अब उन्होंने पत्नी को निर्दलीय चुनाव लड़ाने का ऐलान किया है। शेरा का कहना है कि इंटेलीजेंस रिपोर्ट अरुण के फेवर में नहीं हैे। मैं निर्दलीय विधायक हूं। कांग्रेस को सपोर्ट करता हूं। नामांकन दाखिल करने के लिए अरुण ने मुझे नहीं बुलाया। मैं पत्नी का नामांकन जमा कराऊंगा। जिसके बाद से ही पार्टी में भूचाल मच गया है, कांग्रेस नेता लगातार शेरा को मनाने में जुटे हुए है, लेकिन वे नहीं माने।
अरुण यादव की योग्यता पर उठाये सवाल
शेरा का कहना है कि अरुण यादव को खंडवा में कोई नहीं पहचानता। उनकी जमानत जप्त होगी। इस दौरान उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस नेताओं की मिलीभगत का भी आरोप लगाया। वही शेरा ने दावा किया है कि जिस तरह से वे विधानसभा में भारी वोटों से जीते थे, उनकी पत्नी की भी जीत होगी। उनकी पत्नी की उम्मीदवारी से अरुण यादव की हार होगी, लेकिन कांग्रेस को मजबूती मिलेगी, क्योंकि जीत उनकी पत्नी की होगी।वही उन्होने कहा कि चुनाव से पहले कांग्रेस अपना प्रत्याशी बदल सकती है। बता दे कि शेरा ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान बुरहानपुर में बीजेपी की वरिष्ठ नेत्री अर्चना चिटनिस कोभारी वोटों से हराया था।इसके बाद कांग्रेस को बहुमत ना मिलने पर उन्हें समर्थन देने की बात कही थी।