भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। विकास कार्यों की तेज गति से मध्यप्रदेश (MP) ने कई मुकाम हासिल किए हैं। इसी बीच अब सरकारी अस्पतालों निजी चिकित्सा संस्थानों सहित नर्सिंग स्टाफ के दक्ष कौशल के लिए देश का पहला एजुकेशन सेंटर (Education centers) मध्यप्रदेश में स्थापित किया जाएगा। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है, 25 करोड़ की लागत से भोपाल में इस सेंटर का निर्माण किया जाना है।
बता दें कि मरीजों द्वारा लगातार शासकीय अस्पताल और चिकित्सा संस्थानों में उच्च स्किल की कमी की शिकायत की जाती है। वहीं मरीजों की तकलीफ दूर करने के लिए अस्पतालों की नर्सिंग स्टाफ केएम रोल के लिए अब राज्य शासन द्वारा बड़ी तैयारी की जा रही है। जिसमें नर्सिंग स्टाफ को प्राइमरी लेवल हेल्थ फैसिलिटी से लेकर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल नर्सरी केयर सेंटर के काम में दक्ष करने के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ऑफ़ नर्सिंग एंड मिडवाइफरी एजुकेशन की स्थापना की जाएगी।
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देश का यह पहला सेंटर भोपाल में स्थित होगा। जहां नर्सिंग स्टाफ को हर स्कूल की ट्रेनिंग देकर मरीज केयर में ट्रेंड किया जाएगा। इस मामले में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों की माने तो देश का ऐसा कोई डेडिकेटेड संस्था नहीं है, जिसमें नर्सिंग स्टाफ को पढ़ाई पूरी करने के बाद स्किल की ट्रेनिंग दी जाती है।
करीब 25 करोड़ रुपए की लागत से भोपाल में इस सेंटर का निर्माण किया जाएगा। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग द्वारा इस सेंटर के लिए लंबे समय से प्रयास किया जा रहा था। वहीं चिकित्सा विभाग द्वारा बड़ी उपलब्धि का सीधा सीधा लाभ कर्मचारी सहित मरीजों को भी होगा। दरअसल डिग्री पूरी होने के बाद शासकीय निजी अस्पतालों में ड्यूटी करने लगते हैं। वही जिस विभाग में उनकी नियुक्ति होती है।
वहां काम करते करते उन्हें तकनीकी शिक्षा हो जाती है लेकिन विशेषज्ञ के तौर पर दक्ष करने के लिए संस्थान की स्थापना की जाएगी। मध्य प्रदेश के शासकीय मेडिकल कॉलेज में 7000 नर्सिंग कर्मचारी है। मेडिकल कॉलेज में काम कर रहे कर्मचारियों को इसका लाभ मिलेगा। इसके अलावा जल्द प्रदेश में 10 और नए मेडिकल कॉलेज खुलने जा रहे हैं। जिसमें 6500 नर्सिंग स्टाफ की जरूरत पड़ेगी ऐसे में यहां पदस्थ किए जाने वाले नर्सिंग स्टाफ को दक्ष करने की प्रक्रिया के लिए संस्थान का निर्माण किया जाएगा।
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर नर्सिंग मिडवाइफरी एजुकेशन की सिमुलेशन लब भोपाल में सरकारी नर्सिंग कॉलेज निर्मित किए जाएंगे। ईदगाह हिल्स वरिष्ठ टीवी अस्पताल परिसर में 35000 स्क्वायर फीट में इस सेंटर का निर्माण किया जाना है। सेंटर की बिल्डिंग बनने तक गांधी मेडिकल कॉलेज के सरकारी नर्सिंग कॉलेज की बिल्डिंग में संचालित किया जाएगा। इस संस्थान में कुल 100 छात्र प्रशिक्षण ले सकेंगे। इसके लिए नए पद भी सृजित किए जाएंगे। दरअसल इस संस्थान के लिए 27 नए पद सृजित किए गए हैं।
वही नर्सिंग कर्मचारी अपनी तैनाती के बाद अस्पताल में सीरियस के मार्गदर्शन में काम करेंगे और प्रशिक्षित होंगे। कई बार नर्सिंग स्टाफ के ट्रेन ना होने के कारण मरीजों की जान पर बन आती है। वही मरीज पर सिमुलेशन लाइफ में इलाज सीखने की भी व्यवस्था की जाएगी। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में नर्सिंग स्टाफ की ट्रेनिंग के लिए सिमुलेशन लेब बनेंगे। जहां डमी पर नर्सिंग कर्मचारी को प्रशिक्षित किया जाएगा।
इसके अलावा इस संसार में नर्सिंग स्टाफ के साथ एमबीबीएस छात्रों को भी ट्रेनिंग दी जाएगी। 20 प्रशिक्षण सत्र से संचालित होंगे। दूसरे तीसरे और चौथे साल में 30-30 प्रशिक्षण सत्र और पांचवे साल में 50 ट्रेनिंग सेशन संस्थान द्वारा आयोजित किए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग का कार्य पूरा किया जाएगा। इसके लिए छात्रों के पहले साल में 10 सत्र, दूसरे साल में 13 सत्र, तीसरे साल में 10 सत्र और चौथे चरण में कुल 25 सत्र आयोजित किए जाएंगे जबकि एमबीबीएस इन तत्वों के लिए कुल 25 सत्र का आयोजन किया जाएगा।