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इंदौर : बुजुर्गों से अमानवीयता, निगम उपायुक्त को निलंबित करने के निर्देश

इंदौर, आकाश धोलपुरे। मानवता और मानवीय मूल्यों को ताक पर रख देने वाला एक वीडियो इंदौर में आज तेजी से वायरल हो गया, जो कि इंदौर और देवास की सीमा का है। जहां इंदौर के मुहाने पर स्थित क्षिप्रा नदी के करीब, जानवरों की तरह ठूंस कर लाये गए बुजुर्ग महिलाओं और पुरुषों को शहरी सीमा से भगाने के बड़े षड्यंत्र का खुलासा हुआ। जिसको संज्ञान में लेते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नगर निगम उपायुक्त प्रताप सोलंकी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश जारी कर दिए है।साथ ही प्रताप सोलंकी को भोपाल में नगरीय विकास संचालनालय अटैच किया गया है। इसके साथ ही इंदौर में आज हुई घटना के समय मौजूद नगर निगम के दो कर्मचारियों को बर्खास्त करने के निर्देश भी दिए गए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश देते हुए कहा कि बुजुर्गों के प्रति अमानवीय व्यवहार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। कलेक्टर को निर्देश देते हुए सीएम ने कहा कि कि बुजुर्गों की समुचित देखभाल की जाए।

वहीं शिवराज सरकार के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने ट्वीट कर मामले को संज्ञान में लेने की जानकारी दी। मंत्री ने ट्वीट कर लिखा कि इंदौर में बुजुर्गों के साथ हुआ मामला संज्ञान में आते ही आयुक्त इंदौर नगर निगम को दोषी अधिकारी /कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही कर अवगत कराने के निर्देश दे दिए हैं।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।