जबलपुर, संदीप कुमार। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर जिले (Jabalpur District) में मिलिट्री इंजीनियर सर्विस विभाग में पदस्थ दो कर्मचारी जो कि सीबीआई के हाथों रिश्वत (Bribe) लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार हुए थे उन्हें आज गुरुवार सीबीआई (CBI) ने कोर्ट में पेश किया जहाँ दोनो आरोपीयो की स्पेशल कोर्ट (Special Court) ने पाँच दिन की रिमांड में भेज दिया है। अब सीबीआई आरोपियों से पूछताछ कर ये पता करेगी कि इस पूरे मामले में क्या और भी कोई अधिकारी शामिल है।
ये था पूरा मामला
दरअसल, बुधवार को सीबीआई की टीम ने मिलिट्री इंजीनियर सर्विस (MES) के ऑफिस में पदस्थ बैरक इंचार्ज सुजीत बैठा और स्टोरकीपर जयदीप शुक्ला को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। सीबीआई की इस कार्यवाही में आरोपियों ने दस लाख का बिल पास करवाने के एवज में एक लाख रुपये नगद और खाली चेक में करीब दो लाख रु के दस्तखत पीड़ित से करवाए थे।जानकारी के मुताबिक मेसर्स सत्या एंड संस ने एमईएस में इंटीरियर डेकोरेशन और फर्नीचर सप्लाई का काम किया था और उसका 10 लाख रुपए का बिल बाकी था।इस बिल के भुगतान के एवज में दोनों अधिकारी तीन लाख की रिश्वत मांग रहे थे इस पर सत्या एंड संस के संचालक ने सीबीआई को रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की थी।
यह भी पढ़े…CBI Raid : जबलपुर में सीबीआई का छापा, 2 अधिकारी 3 लाख 10 हजार के साथ गिरफ्तार
सीबीआई की कार्यवाही से मच गया था हड़कंप
शिकायतकर्ता ने एमईएस में पदस्थ दो कर्मचारियों (Employees) के द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत सीबीआई की जिसके बाद पहले तो सीबीआई ने दोनों अधिकारियों के फोन टेप किए और इसके बाद तय रणनीति के अनुसार उन्हें एक लाख रुपए रिश्वत देने के लिए भेजा जैसे ही सत्या एंड संस के संचालक ने ऑफिस बैरक इंचार्ज सुजीत बैठा और स्टोरकीपर जयदीप शुक्ला को एक लाख रुपये नगद दिए और शेष रकम के लिए कोरे चेक पर दस्तखत करने लगे तभी सीबीआई की टीम ने इन दोनों अधिकारियों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।