पुनर्विवाह पर सरकार देगी 2 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि, राज्य सरकार ने शुरू की विधवा पुनर्विवाह योजना, देखें ख़बर

आज भी समाज में विधवा महिलाओं के लिए पुनर्विवाह की राह आसान नहीं है। ज़्यादातर स्थानों पर परिवार और समाज इसे लेकर पहल नहीं करता है और महिलाएँ खुद के लिए ऐसे निर्णय लेने में हिचकती हैं। यही वजह है कि आज भी कई महिलाएँ अपना पूरा जीवन एकाकी ही गुज़ार देती हैं। ऐसे में अगर सरकार इस तरह की पहल करे तो हालात में परिवर्तन की गुंजाइश कई गुना बढ़ जाती है। इसीलिए ये योजना बेहद सराहनीय है और इससे सामाजिक दृष्टिकोण बदलने में भी मदद मिलेगी।

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Jharkhand Widow Remarriage Promotion Scheme : झारखंड सरकार ने सराहनीय कदम उठाते हुए विधवा पुनर्विवाह योजना शुरु की है। देश में ये अपनी तरह की पहली और अनूठी योजना है जिसमें विधवा महिलाओं को दोबारा शादी करने पर 2 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इस योजना का  का संचालन महिला बाल विकास एवं समाज कल्याण विभाग द्वारा किया जाएगा और इसके तहत महिलाओं के कल्याण और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने का उद्देश्य है।

झारखंड सरकार की सराहनीय पहल

राज्य की चंपाई सोरेन सरकार ने ये योजना शुरु की है। इसका नाम ‘राज्य विधवा पुनर्विवाह प्रोत्साहन योजना’ है। समाज में ऐसी महिलाएँ, जिनके पति नहीं रहे, वे अगर फिर अपना घर बसाना चाहती हैं और शादी करना चाहती हैं तो उन्हें सरकार द्वारा प्रोत्साहित किया जाएगा और यही इस योजना को लागू करने का उद्देश्य है। इसकी शुरुआत 6 मार्च को मुख्यमंत्री सोरेन ने की। इस योजना को लागू करने के बाद राज्य की विधवा पेंशन भुगतान के लिए राज्य सरकार के व्यय भार को कम करने में भी मदद मिलेगी।

योजना में शामिल होने के नियम

इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ नियम और शर्तें भी हैं। इसके लिए महिला को झारखंड का निवासी होना अनिवार्य है। वहीं उसकी आयु भी विवाह योग्य होनी चाहिए। सरकारी नौकरी वाली महिलाएँ, पेंशन प्राप्त और आयकर दाताओं को इस योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा। वहीं योजना में सम्मिलित होने के लिए लाभार्थी को पति का मृत्यु प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत करना होगा। वहीं पुनर्विवाह की तिथि से एक साल के अंदर ही योजना के लिए आवेदन करना होगा। झारखंड सरकार की यो योजना क़ाबिले तारीफ़ है और इससे समाज में ऐसी महिलाओं को फिर से विवाह करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा, जो पति के बिना अकेले जीवन काट रही हैं। वहीं, ये सरकारी योजना लागू होने के बाद समाज के नज़रिए में भी बदलाव की उम्मीद है।

 


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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