भोपाल। कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के भोपाल दौरे से सियासी हलचल तेज हो गई है। सिंधिया गुरुवार को समर्थक मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के डिनर कार्यक्रम में पहुंचेंगे।इस डिनर कार्यक्रम में सीएम कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ही सपा, बसपा और निर्दलीय विधायकों को भी शामिल होने की संभावना है। लंबे समय बाद किसी डिनर पार्टी में सीएम कमलनाथ और सिंधिया एक साथ होंगे। इसके अगले दिन सिंधिया पीसीसी पहुंचेंगे और कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को लेकर लंबे समय से कवायद चल रही है। लेकिन पार्टी अब तक फैसला नहीं कर पाई है इसके पीछे भी सभी गुटों की सहमति न बन पाना ही माना जा रहा। सिंधिया का नाम इस दौड़ में सबसे आगे है, समय समय पर उन्हें प्रदेश की कमान सौंपे जाने मांग उठती रही है। वहीं सिंधिया समर्थक मंत्री भी सिंधिया को पीसीसी चीफ के रूप में देखना चाहते हैं। इस बीच अप्रैल में खाली हो रही राज्यसभा सीटों की चर्चा में भी सिंधिया का नाम सुर्खियों में है। सिंधिया के डिनर कार्यक्रम को डिनर डिप्लोमेसी के तौर भी देखा जा रहा है ताकि उनकी राह आसान हो सके। इस डिनर डिप्लोमेसी के जरिए सिंधिया अपने शक्ति प्रदर्शन की कोशिश में हैं, ताकि प्रदेश से राज्यसभा के लिए खाली होने वाली एक सीट पर उनकी दावेदारी मजबूत हो जाए।
भोपाल दौरे से पहले सिंधिया ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात भी की है। इस मुलाकात को भी पीसीसी चीफ और राज्यसभा से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल ही में कभी कुर्सी के लिए मोह नहीं पालने की बात कही थी। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी से शिकस्त के बाद पार्टी में हाशिए पर गए सिंधिया अब राज्यसभा की सीट के जरिए संसद में वापसी की तैयारी में है और इसके लिए कांग्रेस के अंदर माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
गुरूवार शाम 8 बजे सिंधिया, गोविंद सिंह राजपूत के घर पहुंचेंगे जहां वह डिनर कार्यक्रम में शामिल होंगे। सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, दीपक बाबरिया के साथ साथ सरकार के सभी मंत्री इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस दौरान सीएम के साथ सिंधिया की निगम मंडलों में नियुक्तियों को लेकर भी चर्चा हो सकती है।