कमलनाथ ने कहा ‘राम मंदिर का पट्टा भाजपा के पास नहीं, सबका अधिकार है मंदिर पर’

Kamal Nath

Kamal Nath on Ram Mandir : पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि राममंदिर सबका है और कोई इसका श्रेय लेना चाहे तो ये गलत बात है। उन्होने कहा कि भाजपा के पास राममंदिर का पट्टा नहीं है। वहीं इस सवाल पर कि क्या वो 22 जनवरी को अयोध्या जाएंगे,  उन्होने कहा कि वो जाएंगे जरुर लेकिन किसी और दिन।

राम मंदिर को लेकर कमलनाथ ने कही ये बात

इन दिनों पूरा देश राममय हो रहा है। 22 तारीख को अयोध्या में श्रीराम मंदिर का उद्घाटन होने वाला है और देशभर में इसे लेकर उत्साह है। बीजेपी ने आह्वान किया है कि ये दिन पूरे देश में दिवाली की तरह उल्लास के साथ मनाया जाए। वहीं इस मुद्दे पर पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि ‘राम मंदिर सबका है। कोई इसका श्रेय लेना चाहे, ये ठीक नहीं। राम मंदिर निर्माण की शुरुआत सुप्रीम कोर्ट के जजमेंच के बाद हुआ और भाजपा की सरकार थी और उनकी जिम्मेदारी थी मंदिर बनाना। राम मंदिर का पट्टा भाजपा के पास नहीं है। ये पूरे देश का है और सबका अधिकार है राम मंदिर पर’। वहीं जब उनसे पूछा गया कि क्या वो 22 को अयोध्या जाएंगे..उन्होने कहा कि वो जाएंगे लेकिन किसी और समय पर।

पीएम मोदी ने की थी अपील

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन पहले अयोध्या से ही अपील की थी कि 22 जनवरी को सब लोग अयोध्या न आएं। उन्होने कहा था कि एक बार मंदिर का उद्घाटन हो जाए और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो जाए उसके बाद श्रद्धालु अपनी सुविधानुसार कभी भी वहां आ सकता हैं। लेकिन उद्घाटन वाले दिन अयोध्या में भीड़ न लगाएं। इसके बाद पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी कहा कि वो उस ओरछा के रामराजा मंदिर में ही श्रीराम की पूजा अर्चना करेंगे। वहीं अब कमलनाथ ने कहा है कि श्रीराम मंदिर सबका है और इसपर सबका अधिकार है। अगर बीजेपी इसका श्रेय लेना चाहती है तो ये सही नहीं है। उन्होने कहा कि बीजेपी की सरकार है तो मंदिर बनाना उसकी जिम्मेदारी है, लेकिन इसका ये अर्थ नहीं है कि मंदिर का सारा श्रेय उसे चला जाएगा।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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