MP News : 7 लाख किसानों के खातों में नहीं पहुंचा किसान सम्मान निधि का पैसा, जाने वजह

Gaurav Sharma
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पूरे देश में पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) को सराहा जा रहा है। लेकिन इसका फायदा कई इलाकों के किसानों (farmers) को नहीं मिल पा रहा है। जिससे किसान (farmers) काफी नाखुश है। इसमें मध्यप्रदेश के किसानों के खातों (accounts) में करीब 7 लाख रुपए अब तक नहीं पहुंच पाए है। किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि का पैसा नहीं पहुंच पाने में अनुमान लगाया जा रहा है कि इसके पीछे पटवारी द्वारा खाता नंबर लिखे जाने में गलती या फिर आधार कार्ड में तकनीकी खराबी  (technical error) के चलते ट्रांजैक्शन (transaction) फेल हुआ है। इसी कारण लाखों किसानों के खाते में पैसे नहीं पहुंचे। जिससे किसान लगातार परेशान हैं।

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बता दें कि यह समस्या केवल मध्य प्रदेश के किसानों का ही नहीं है, बल्कि अन्य राज्यों में भी ऐसी समस्याएं सामने आ रही है। जहां किसानों के खातों में किसान सम्मान निधि का पैसा नहीं पहुंच पाया है। बीते दिनों केंद्र सरकार द्वारा पीएम किसान सम्मान निधि के द्वारा किसानों के खातों में सातवी किश्त ट्रांसफर की गई थी। जिसमें करीब 18 हजार करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ था, लेकिन करीब 7 लाख 29 हजार किसानों के खाते में अब तक राशि नहीं पहुंची है। जिसे लेकर किसानों में निराशा व्याप्त है।

किसान सम्मान निधि का पैसा ट्रांसफर करने को लेकर सबसे ज्यादा शिकायत महाराष्ट्र से आई है, जहां ट्रांजेक्शन फेल हुआ है। किसान सम्मान निधि की किश्त किसानों के खातों में डाले जाने को लेकर अनुमान लगाया जा रहा है कि पटवारी की गलती है। जिन्होंने आधार कार्ड नंबर या खाता नंबर में गलती की है। जिसकी पूरी जानकारी अभी सामने नहीं आई है। फिलहाल इस समस्या का सामना किसानों को करना पड़ रहा है।

किसान सम्मान निधि का पैसा नहीं आने पर परेशान किसान अब जिला प्रशासन और तहसील के सामने राशि लेने के लिए परेशान हो रहे हैं, लेकिन यह समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। प्रदेश भर में ऐसे लाखों किसान है, जो किसान सम्मान निधि की राशि पाने के लिए लगातार दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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