MP Government : मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद से ही डॉ मोहन यादव एक्शन मोड में नजर आ रहे है। पहली कैबिनेट में लिए गए 2 बड़े फैसलों के बाद अब आए दिन अलग अलग विभागों के कार्यों की समीक्षा बैठक कर रहे है और अधिकारियों को उचित निर्देश दे रहे है। इतना ही नहीं उनका प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी विशेष फोकस बना हुआ है। इसी बीच अब मोहन सरकार ने संभाग स्तरीय बैठक के लिए ACS स्तर के अधिकारियों को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है, इन्हें प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया हैं, इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश भी जारी कर दिए है।
क्या काम करेंगे ये अधिकारी
- ये सभी वरिष्ठ अधिकारियों अब नियमित तौर पर मैदानी स्तर पर जिलों का दौरा करेंगे और फिर सीएम यादव इन्हें भोपाल ना बुलाकर खुद संभागीय मुख्यालयों पर जाकर बैठकें करेंगे। बैठक में प्रभारी अधिकारी को अनिवार्य रूप से उपस्थित होना होगा ताकि वह भी जिलों में विकास कार्यों के साथ अन्य स्थितियों से अवगत रहें।
- यही कारण है कि अपर मुख्य सचिवों को विभिन्न संभागों का प्रभारी बनाया गया है,इन्हें दो माह में कम से कम एक बार आवंटित संभाग के जिलों का दौरा करना होगा। मुख्यमंत्री द्वारा जो भी निर्देश बैठक में दिए जाएंगे, उनका पालन सुनिश्चित करने का दायित्व भी इन्हीं अधिकारियों का होगा।प्रत्येक माह वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिलेवार समीक्षा भी होगी।
- इसके तहत अधिकारियों को जिलों में केंद्र और राज्य की प्राथमिकता वाली योजनाओं सहित विकास कार्यों का निरीक्षण कर एक रिपोर्ट भी संबंधित विभाग के साथ मुख्य सचिव को देनी होगी, ताकी नजर रखी जा सकें और पता लगाया जा सके कि वर्तमान काम की स्थिति क्या है।
जानिए किस अधिकारी को कौन सा मिला संभाग
- एसीएस मोहम्मद सुलेमान को भोपाल संभाग
- एसीएस विनोद कुमार को जबलपुर संभाग
- एसीएस जेएन कंसोटिया को रीवा संभाग
- एसीएस राजेश राजौरा को उज्जैन संभाग
- एसीएस एस एन मिश्रा को सागर संभाग
- एसीएस मलय श्रीवास्तव को इंदौर संभाग
- एसीएस अजीत केसरी को नर्मदापुरम संभाग
- एसीएस अशोक वर्णवाल को शहडोल संभाग
- एसीएस मनु श्रीवास्तव को चंबल संभाग
- एसीएस केसी गुप्ता को ग्वालियर संभाग