भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की शिवराज सरकार (Shivraj Government) ने बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत दूध टैंकरों पर अब डिजिटल ताले लगाए जाएंगे। खास बात ये है कि ऐसा करने वाला मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य होगा। पशुपालन मंत्री पटेल (Animal Husbandry Minister Prem Singh Patell) ने आज को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन के कार्यों की समीक्षा बैठक में इसकी जानकारी दी और कहा कि इस फैसले से मिलावट पर प्रभावी अकुंश लगेगा।
यह भी पढ़े… Cabinet Expansion 2021: युवा चेहरों मिल सकती है जगह, कईयों की कुर्सी पर खतरा!
पशुपालन एवं डेयरी विकास मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने आज डेयरी फेडरेशन की गतिविधियों की समीक्षा करते हुए बताया कि दूध के टैंकरों में मिलावट को रोकने के लिये एमपी स्टेट को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (MP State Co-Operative Dairy Federation)दूध का संकलन करने वाले टैंकरों में डिजिटल लॉक और व्हीकल ट्रेकिंग सिस्टम लगायेगा। ऐसा करने वाला मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) देश का पहला राज्य होगा। लम्बे समय से दूध के टैंकरों में मिलावट की शिकायतें मिल रही थीं। इससे मिलावट पर प्रभावी अंकुश लगेगा और दूध (Milk) की गुणवत्ता बरकरार रहेगी।
मंत्री पटेल ने बताया कि अप्रैल-जून, 2021 में प्रदेश के दुग्ध संघों द्वारा 8 लाख 35 हजार 959 लीटर दूध संकलित किया गया। इनमें भोपाल दुग्ध संघ द्वारा 2 लाख 87 हजार 333, इंदौर दुग्ध संघ द्वारा 3 लाख 12 हजार 369, उज्जैन दुग्ध संघ एक लाख 37 हजार 122, ग्वालियर दुग्ध संघ 22 हजार 290, जबलपुर दुग्ध संघ 49 हजार 285 और बुंदेलखण्ड दुग्ध संघ द्वारा 27 हजार 560 लीटर दूध का संकलन किया गया।
MP Weather Alert: मप्र के इन 11 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, बिजली गिरने के भी आसार
मंत्री पटेल ने बताया कि इस अवधि में दुग्ध संघों द्वारा 5 लाख 99 हजार 810 लीटर दूध का विक्रय किया गया, जिनमें सर्वाधिक विक्रय 2 लाख 82 हजार 299 भोपाल दुग्ध संघ द्वारा और 2 लाख 11 हजार लीटर इंदौर दुग्ध संघ द्वारा किया गया। विक्रय से बचा हुआ 2 लाख 36 हजार 149 लीटर दूध दूसरे राज्यों को भेजा गया।