भोपाल। मध्य प्रदेश में युावओं को रोज़गार की समस्या से काई सालों से जूझना पड़ रहा है। लेकिन नए साल में अब प्रदेश के युवाओं को सरकार एक बड़ा तोहफा देने जा रही है। सरकार एक जनवरी 2020 से प्रदेश से युवाओं को रोजगार के लिए प्रशिक्षण देने का काम शुरू किया जाएगा। ट्रेनिंग सेंटर के लिए एमएसएमई टेक्नोलॉजी सेंटर तैयार हो गया है। जहां हज़ारों युवाओं को रोजगार के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी।
भोपाल के अचारपुरा में 26 एकड़ जमीन पर 122 करोड़ की लागत से ये सेंटर तैयार किया गया है। प्रदेश सरकार के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि वैसे तो एमएसएमई टेक्नोलॉजी सेंटर पहले से ही कई जगहों पर चल रहे हैं, लेकिन नए साल में युवाओं को रोजगार से जोड़ने को सरकार ने नया एक्शन प्लान बनाया है. इसके तहत पहले से चल रहे सेंटरों में कुछ बदलाव भी किए जा रहे हैं।
योजना के प्रमुख बिंदु
– सेंटर में हर साल 20 हजार युवाओं को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य
– युवाओं को एडवांस परफॉर्मेंस ट्रेनिंग देकर रोजगार, स्वरोजगार के लिए स्किल मैन पावर के रूप में तैयार किया जाएगा
– पहले साल में 8 हजार छात्रों को ट्रेंड करने का लक्ष्य
– सेंटर में एक माह से 4 साल तक के 70 तरह के कोर्स संचालित किए जाएंगे
– सेंटर में छात्र-छात्राओं को हॉस्टल की सुविधा मिलेगीये कोर्स होंगे संचालित
लॉन्ग टर्म कोर्स- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन टूल डिजाइन एंड केड/केम, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मेकेनिकल प्रोडक्ट डिजाइन, पोस्ट डिप्लोमा इन टूल डिजाइन एंड केड/केम, पोस्ट डिप्लोमा इन टूल एंड डाई मैन्युफैक्चरिंग आदि जैसे 17 कोर्स.
शॉर्ट टर्म कोर्स- मैकेनिकल समेत विभिन्न ब्रांच में सॉलिड वक्र्स, मास्टर केम, डेल केम, केटिया, यूनिग्राफिक्स, क्रियो, एनसिस, हाइपरमेस, वीएलएसआई, पीएलसी, स्टाडा, सीकेड आदि.
मीडियम टर्म कोर्स- कम्प्यूटर एडेड टूल इंजीनियरिंग, केडकेम, टूल डिलाइज, मैकाट्रोनिक्स, प्रोडक्ट डिजाइन आदि में मास्टर सर्टिफिकेट कोर्स इन एडवांस, डिप्लोमा इन स्ट्रक्चरल डिजाइन एंड एनॉलिसिस आदि.