नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। देश में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (Prime Minister Kisan Samman Nidhi Yojana) को लागू हुए 2 वर्ष हो गए हैं। अन्नदाता के जीवन को आसान बनाने के लिए उनकी आय को दोगुना करने के लिए पीएम किसान निधि योजना की शुरुआत की गई। हालांकि इस योजना में करोड़ों किसानों को लाभ मिला है लेकिन बावजूद इसके लगातार इसमें फर्जीवाड़े की खबर सामने आ रही है। जिसको लेकर मोदी सरकार (modi government) ने इस योजना में एक बड़ा बदलाव किया है।
दरअसल मोदी सरकार द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN)) को लेकर बड़े निर्देश दिए गए हैं। जहां कहा गया है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN)) का लाभ किन किन लोगों को मिल रहा है। इसके लिस्ट में अधिकतर फर्जी लाभार्थी शामिल रहते हैं। जिसको लेकर अब सभी ग्राम पंचायत में इस योजना के लाभार्थी के लिस्ट डिस्पले (display) किए जाएंगे। वही इस कार्य को कराने की जिम्मेदारी राज्य सरकार ग्राम प्रधानों को होगी।
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मोदी सरकार ने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत कई नकली किसान की पहचान हुई है। जिसके बाद नकली किसानों की पहचान के लिए यह नियम बनाए जा रहे हैं। सरकार की तरफ से कहा गया कि इस लिस्ट में कई फर्जी लाभार्थी शामिल हो जाते हैं। लेकिन लिस्ट डिस्प्ले करने के बाद ऐसे लोगों की पहचान हो सकेगी और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ जरूरतमंदों को मिल पाएगा।
गौरतलब हो कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना मोदी सरकार के द्वारा किसानों की आय दोगुनी करने के लिए से की गई थी वही उनको आर्थिक लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से किसानों को हर वर्ष 6000 दिए जाते हैं। यह 2000 के तीन किस्त में किसानों के खाते में पहुंचते हैं। इस योजना की शुरुआत 2019 में की गई थी। जिसके बाद से अब तक किसानों के खाते में 7 किस्त भरी जा चुकी है।