भोपाल| मध्य प्रदेश में 15 साल बाद सत्ता में लौटी कांग्रेस ने चुनाव में वादा किया था किसानों का कर्ज 10 दिनों में माफ़ कर दिया जाएगा| रविवार को लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू हो गई है| जिसके चलते प्रदेश में कर्जमाफी की प्रक्रिया अटक गयी है| ख़ास बात यह कि किसानों के पास आचार संहिता लगने से पहले ही यह सन्देश पहुँच गया कि आचार संहिता के कारण कर्जमाफी नहीं होगी, लोकसभा चुनाव के बाद कर्जमाफी स्वीकृत होगी| इसको लेकर सवाल खड़े हो गए हैं| भाजपा ने कहा वोट के लिए हुए षड्यंत्र का खुलासा हो गया है कांग्रेस ने ऋण माफी का झूठ बोला था।
दरअसल, लोकसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में चुनाव आयोग ने 5 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी| जिसमे मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव की घोषणा की| इससे पहले ही मध्य प्रदेश में किसानों के पास मैसेज पहुंचना शुरू हो गए कि आचार संहिता के कारण कर्जमाफी की प्रक्रिया चुनाव के बाद होगी| सोशल मीडिया पर इन मैसेज के स्क्रीनशॉट वायरल हो रहे हैं| इनमे से कुछ में 5 बजे से पहले का समय बताया जा रहा है तो कुछ में पांच बजे के बाद का समय दिखाई दे रहा है| इसको लेकर बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने सवाल उठाये हैं| उन्होंने ट्वीट कर लिखा है “वोट के लिए हुए षड्यंत्र का खुलासा, कांग्रेस ने ऋण माफी का झूठ बोला था। अभी इस समय तक लोकसभा चुनाव की आचार संहिता नहीं लगी है लेकिन कमलनाथ सरकार ने किसानों को मैसेज भेज दिए हैं कि आचार संहिता लगने के कारण आपकी ऋण माफी नहीं हो पा रही है, यह गंभीर मामला है।जांच जरूरी है”|
20 लाख किसानों का हुआ कर्ज माफ़ : कमलनाथ
सरकार कर्जमाफी के मुद्दे पर शुरुआत से ही विपक्ष के निशाने पर है, भाजपा इसको लोकसभा चुनाव में मुद्दा बनाएगी| कर्जमाफी को लेकर जहां सरकार दावे कर रही है वहीं भाजपा इसे झूठ और धोखा बता रही है| इस बीच सरकार एक और कर्जमाफी के इस मैसेज से फिर घिर गई है| इससे पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था अगले दो तीन महीनों में किसानों का पूरा कर्जा माफ हो जायेगा। उन्होंने कहा था कुल 24 लाख 84 हजार किसानों के खातों में कर्ज माफी की कार्रवाई की गई। अभी तक 20 लाख किसानों का कर्ज माफ हो चुका है। यह कार्रवाई चलती रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान का जन्म कर्जे में होता है। उसकी मृत्यु कर्जे में होती है। बड़ी आवश्यकता थी कि किसानों को राहत मिले। उन्होंने कहा कि किसानों को वचन दिया था कि उनका कर्जा माफ करेंगे। सरकार ने कर्जमाफी की प्रक्रिया शुरू करके किसानों को इसका लाभ भी देना शुरू कर दिया है। अगली कार्रवाई चलती रहेगी। अगले दो तीन महीनों में पात्र सभी किसानों का पूरा कर्जा माफ हो जायेगा।
वोट के लिए हुए षड्यंत्र का खुलासा @INCMP ने ऋण माफी का झूठ बोला था।
अभी इस समय तक लोकसभा चुनाव की आचार संहिता नहीं लगी है लेकिन @OfficeOfKNath ने सरकार ने किसानों को मैसेज भेज दिए हैं कि आचार संहिता लगने के कारण आपकी ऋण माफी नहीं हो पा रही है
यह गंभीर मामला है।जांच जरूरी है pic.twitter.com/S68sP1KmPN— Lokendra Parashar (@LokendraParasar) 10 March 2019