Who will become the CM of MP : मध्य प्रदेश में पिछले 8 दिन से चल रहे संस्पेंस का आज खुलासा हो जाएगा और शाम तक तस्वीर साफ हो जाएगी कि प्रदेश की कमान किसके हाथ में दी जा रही है। 3 दिसंबर को विधानसभा चुनाव में बीजेपी की बंपर जीत के बाद से लगातार ये सवाल उठ रहा है कि एमपी में अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा। क्या एक बार फिर शिवराज सिंह चौहान को 5वीं बार सूबे का मुखिया बनाया जाएगा या इस बार ये बागडोर किसी नए चेहरे को सौंपी जाएगी। आज शाम बीजेपी विधायक दल की बैठक होने जा रही है और बस कुछ घंटों का इंतज़ार बाकी है।
क्या फिर शिवराज सिंह चौहान पर दांव लगाएगी पार्टी
मध्य प्रदेश में ‘मामा’ और ‘पांव पांव वाले भैया’ के नाम से पहचाने जाने वाले शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता की बात करें तो निसंदेह उसका कोई मुकाबला नहीं। आम लोगों के बीच उनकी छवि बेहद सरल और ‘अपनेपन’ से भरी है। खासकर महिलाओं के बीच वो बेहद लोकप्रिय हैं और उनके साथ शिवराज का कनेक्ट बेजोड़ है। इस तरह देखें तो मुख्यमंत्री दावेदारों की लिस्ट में उनका नाम सबसे ऊपर देखा जा रहा है। हालांकि वो खुद कह चुके हैं कि वो किसी तरह की रेस में नहीं हैं और उनके लिए पार्टी का फैसला सर्वोपरि है। लेकिन मध्य प्रदेश में पिछली चार बार से मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान की छवि का मुकालबा करने वाला कोई अन्य चेहरा फिलहाल पार्टी के पास नहीं दिखा रहा है।
इस बार भी शिवराज उनका गढ़ कही जाने वाली बुधनी विधानसभा सीट से 1 लाख से अधिक वोटों के बड़े अंतर से जीते हैं। वे मध्य प्रदेश में सबसे लंबे समय तक और बीजेपी के समये दीर्घकालीन मुख्यमंत्री होने का रिकॉर्ड कायम कर चुके हैं। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में अगर पार्टी को शिवराज की लोकप्रियता का इस्तेमाल करना है तो 5वीं बार उनकी ताजपोशी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। उनकी टक्कर का लोकप्रिय चेहरा फिलहाल प्रदेश में दूसरा नहीं है इसीलिए एक बार फिर शिवराज के सीएम बनने की व्यापक संभावना है।
प्रहलाद पटेल, नरेंद्र तोमर सहित, सिंधिया ये नाम भी हैं रेस में
इसके अलावा विधानसभा चुनाव जीतने वाले दोनों पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल और नरेंद्र सिंह तोमर के नाम भी लगातार सुर्खियों में हैं। बीजपी ने मालवांचल में सभी सीटें जीती हैं और इसका बड़ा श्रेय कैलाश विजयवर्गीय को जाता है। मालवा रीजन में उनकी पकड़ और पॉपुलरिटी कमाल की है और लोगों के बीच वो सहज उपलब्ध नेता के रूप में जाने जाते हैं। अक्सर ही भजन संध्या या धार्मिक आयोजनों में उन्हे भजन गाते हुए भी देखा जा सकता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया भी सीएम पद के प्रबल दावेदारों में गिने जा रहे हैं और अगर पार्टी उनपर विश्वास जताती है तो ये एक बड़ा कदम होगा। कांग्रेस से बीजेपी में आने के बाद से सिंधिया लगातार पार्टी लाइन के मुताबिक काम कर रहे हैं और इन चुनावों में उनकी अहम भागीदारी रही है। इसी के साथ प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा का नाम के कयास भी लगाए जा रही हैं। पीएम मोदी भी पिछले दिनों उनकी प्रशंसा कर चुके हैं। वहीं अगर महिला चेहरे की बात करें तो रीति पाठक और मालिनी गौड़ का नाम सामने आता है। प्रदेश में मुख्यमंत्री के अलावा 2 उप मुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चाएं भी ज़ोरों पर हैं और ये संभावना भी जताई जा रही है कि दो में से एक पद किसी महिला को दिया जा सकता है।