भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कोरोना (corona) के बढ़ते केस को देखकर अब कॉलेज (MP College) में भी सख्ती देखने को मिलेगी। दरअसल स्कूल कॉलेज में 50% क्षमता के साथ बच्चों को बुलाया जा रहा है। हालांकि कॉलेज में आने वाले छात्रों को मास्क (Mask) लगाना अनिवार्य किया गया है। इसके साथ ही साथ कॉलेज द्वार पर ही वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट (vaccination certificate) की भी जांच की जाएगी। कई निजी और सरकारी कॉलेजों में इसके लिए विभाग ने आदेश जारी किए हैं।
College कोरोना प्रोटोकॉल
जरी दिशानिर्देश के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग के साथ ही शिक्षा विभाग ने भी अब कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए कोरोना प्रोटोकॉल के नियम का विशेष तौर पर पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। उच्च शिक्षा विभाग के संभागीय संचालक सुरेश सिलावट का कहना है कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश सभी कॉलेज प्रबंधन को दिए गए। मास्क और वैक्सीनेशन के बिना कॉलेज में एंट्री नहीं दी जा रही है।
बता दे कि एमपी में पॉजिटिव मरीजों की संख्या में दिन-प्रतिदिन वृद्धि देखी जा रही है। बीते 24 घंटे में इंदौर में 600 से अधिक पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इसके अलावा राजधानी भोपाल में भी तेजी से संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो रही है। जिसके बाद निजी से शासकीय कॉलेज में छात्रों की संख्या में भारी कमी देखी गई है। इसके साथ ही कॉलेज में सावधानी बरती जाए और छात्र कम से कम संक्रमित हुए इस बात का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
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कॉलेजों की आंतरिक परीक्षा ऑनलाइन माध्यम से कराने के निर्देश सहित उच्च शिक्षा विभाग ने इस मामले में फैसला कॉलेज प्रशासन पर छोड़ दिया है। वही यूजी पीजी की वार्षिक परीक्षाएं ऑफलाइन माध्यम से आयोजित किए जाने पर चर्चा की जा रही है। हालांकि अभी तक इस मामले में कोई पुष्टि नहीं हुई है।
मध्यप्रदेश के इंदौर से सागर जिले के कई कॉलेजों द्वारा परीक्षा ऑनलाइन आयोजित करवाने के साथ कई परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है। सभी कॉलेजों को कॉपी प्रोटोकॉल के आदेश जारी किए जा चुके हैं। अधिकारी कर्मचारी सहित छात्रों द्वारा नियमों का उल्लंघन करने पर बड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
भत्ता राशि भुगतान आवेदन आमंत्रित
इधर उच्च शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी किए। इसके मुताबिक शासकीय महाविद्यालय में दिव्यांग विद्यार्थियों को सत्र 2021 वर्ष में कंप्यूटर सहित अन्य प्रबंधन शिक्षा प्राप्त करने के लिए जीवन निर्वाह भत्ता और परिवहन भत्ता राशि का भुगतान किया जाएगा। इसके लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।
उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे शासकीय महाविद्यालय के दिव्यांग छात्र 30 जनवरी 2022 तक आवेदन दे सकते हैं। शिक्षा सहित जीवन निर्भरता और परिवहन बच्चों की राशि का लाभ ले सकेंगे। मध्य प्रदेश के शासकीय अनुदान प्राप्त महाविद्यालय में एकत्रित और संस्कृत छात्रवृत्ति के लिए भी छात्र 30 जनवरी 2022 तक आवेदन कर सकेंगे। वहीं विद्यार्थियों को आवेदन संस्था प्रमुख से अग्रेषित कराकर उचित शिक्षा सतपुड़ा भवन भोपाल भेजना होगा। जिसके अधिक जानकारी छात्र http://highereducation.mp.gov.inसे प्राप्त कर सकते हैं।