भोपाल| मध्य प्रदेश में किसकी सरकार होगी यह 11 दिसम्बर को भी तय नहीं हो सका| सुबह 8 बजे से शुरू हुई मतगणना देर रात तक चली और प्रदेश की सियासत का पारा सर्द मौसम में भी गर्म रहा| देर रात तक उठापठक चलती रही| परिणाम के अनुसार कांग्रेस प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है| लेकिन बहुमत से दूर है| अब अन्य दल और निर्दलीय के सहयोग से कांग्रेस सरकार बनाने का दावा कर रही है| रात को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने राजपाल को पत्र लिखकर समय मांगा था| लेकिन रात में समय नहीं मिला| कांग्रेस आज राजभवन पहुंचकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे| वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने भी आधी रात को कांग्रेस के दावे पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस के पास जनाधार नहीं है| कई निर्दलीय और अन्य भाजपा के संपर्क में हैं।वह कल राज्यपाल महोदया से मिलेंगे। खबर है कि आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रेस से मुखातिब होंगे|
प्रदेश में 28 नवंबर को हुए मतदान के लिए 11 दिसम्बर को मतगणना के बाद कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई है| कांग्रेस को 114 सीटें मिली हैं, वहीं भाजपा के खाते में 109 सीटें आई है| जबकि बसपा 2 , सपा 1 और 7 निर्दलीय चुनाव जीते हैं| सभी सीटों के परिणाम घोषित जारी किये जा चुके हैं| कांग्रेस ने जहां सरकार बनाने का दावा किया है, वहीं भाजपा भी सरकार बनाने का दावा कर रही है| कांग्रेस को दो और भाजपा को सात विधायकों के समर्थन की जरुरत है|
बुधवार को कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक बुलाई है| इस बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई बड़े नेता मौजूद रहेंगे| इस बैठक में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने को लेकर चर्चा होगी| कांग्रेस को बहुमत नहीं मिला है लेकिन निर्दलीयों के समर्थन का दवा कमलनाथ ने किया है, वहीं कांग्रेस को सिर्फ दो सीटों की जरुरत है| आंकड़ों का गणित उलझने के चलते कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को जिम्मेदारी सौंप दी है| दिग्विजय सिंह को कांग्रेस के पक्ष में बहुमत जुटाने की जिम्मेदारी दी गई है| दिग्विजय सिंह दिल्ली जाने वाले थे लेकिन उन्होंने अपना दिल्ली दौरा निरस्त कर दिया है| वे बुधवार को भोपाल में ही रहेंगे. और कांग्रेस की विधायक दल की बैठक में शामिल होंगे| बता दें कि मतगणना के पहले चरण में जहां कांग्रेस ने बढ़त बनाई थी फिर उसके बाद बीजेपी ने बराबरी का मुकाबला कर बढ़त बनाई| इसके बाद कांग्रेस ने फिर बढ़त बनाकर मुकाबले को रोमांचक कर दिया| इसके बाद से ही कांग्रेस खेमे में जश्न शुरू हो गया जो देर रत तक चलता रहा| रात को तीन बजे तक पीसीसी में गहमागहमी रही, तीन बजे के बाद कमलनाथ ने मीडिया को सम्बोधित करते हुए जीत के लिए कार्यकर्ताओं को बधाई दी और जनता का आभार माना| साथ ही बहुमत जुटा कर सरकार बनाने का दावा किया|
एके एंटनी बुधवार को पर्यवेक्षक के रुप में भोपाल पहुंचेंगे। जहां वे पार्टी के नव निर्वाचित विधायकों की बैठक में भाग लेंगे। इस बैठक में एंटनी दिल्ली से प्रस्तावित मुख्यमंत्री का नाम सहमति के लिए विधायकों के सामने रख सकते हैं, यही मुख्यमंत्री को लेकर फैसला हो सकता है। पार्टी में मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में प्रदेेशाध्यक्ष कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम उभर कर सामने आए हैं।