भोपाल। मध्य प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कमलनाथ सरकार ने खास प्लान तैयार किया है। प्रदेश में शादी समारोह को लेकर अब लोग अपने शहर के बजाए डेस्टिनेशन वेडिंग प्लान कर रहे हैं। शादी को यादगार बनाने के लिए प्रदेश के बाहर भी वेडिंग डेस्टिनेशन का चुनाव कर रहे हैं। अगर आप भी अपनी शादी के लिए ऐसा कोई प्लान प्रदेश के बाहर जाने का बना रहे तो यह खबर आपके काम की हो सकती है। आपको अब कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी। क्योंकि कमलनाथ सरकार मध्य प्रदेश को वेडिंग डेस्टिनेशन हब के तौर पर बनाने जा रही है। नए साल से प्रदेश के हेरिटेज बिल्डिंग, महलों, किलो, पर्यटक स्थलों और झीलों की प्राकृतिक खूबसूरती के बीच लोग अब सात फेरे लें सकेंगे।
दरअसल, कमलनाथ सरकार नए साल से यह सुविधा शुरू करने जा रही है। शादी को यादगार बनाने के लिए हर कोई इसे खास तरह से करना चाहता है। शादी समारोह में डेस्टिनेशन की भी बड़ी भूमिका रहती है। यही वह पल होते हैं जब सब महमान शादी को याद रखते हैं। अभी तक डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए राजस्थान, गुजरात या फिर दूसरे राज्यों का रुख लोग करते रहे हैं। लेकिन अब यह सब सुविधाएं प्रदेश के ओरछा, खजुराहो, पचमढ़ी, मांडू, हनुवंतिया टापू सहित दूसरे जगहों को डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए तैयार कर रही है।
इस पूरे प्लान को लेकर पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल का कहना है कि डेस्टिनेशन वेडिंग में अब हेरिटेज प्रॉपर्टी को भी शामिल किया गया है। यानी प्रदेश के राजशाही परिवार के महलों से भी लोग भव्य शादी कर इस पल को हमेशा के लिए यादगार बना सकेंगे। सरकार हेरिटेज बिल्डिंग, शाही किलो, महलों और झीलों को डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए तैयार कर रही है। जबकि मार्च में ओरछा महोत्सव में इसकी शुरुआत होगी। उन्होंने एयर कनेक्टिविटि को लेकर भी बड़ा बयान दिया।
उन्होंने कहा कि, मध्य प्रदेश में शाही किले, महलों और झीलों के बीच डेस्टिनेशन वेडिंग से ना सिर्फ टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा बल्कि प्रदेश अलग पहचान बनाने जा रहा है। पर्यटन मंत्री का कहना है कि डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए एयर कनेक्टिविटी सबसे बड़ी समस्या है, क्योंकि ज्यादातर जगहों पर ये सुविधा है ही नही। लिहाजा जिन जगहों को डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए चयनित किया गया है, वहां पर एयर टैक्सी चलाने का प्लान है। सरकार की कई एयरलाइंस से भी चर्चा चल रही है।