भोपाल। लोकसभा चुनाव से पहले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के स्विट्जरलैंड दौरे को लेकर आरटीआई से बड़ा खुलासा हुआ है।जानकारी में बताया गया है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके तीन अफ़सरों की स्विट्ज़रलैंड यात्रा पर 1.58 करोड़ रुपए से ज़्यादा ख़र्च कर दिए गए। खास बात तो ये है कि राज्य सरकार द्वारा यात्रा के दौरान सीएम और अधिकारियों के स्विट्ज़लैंड में रहने के खर्च का ब्यौरा भी जानकारी में दिया गया है।
यह खुलासा एक आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा सूचना के अधिकार के तहत लगाए गए आवेदन में दी गई जानकारी में सामने आया है। आवेदन आरटीआई कार्यकर्ता अजय दुबे द्वारा लगाया गया था। दुबे ने 5 जनवरी को इस यात्रा के खर्चों की जानकारी के लिए आरटीआई एप्लीकेशन दाखिल किया था। इस खुलासे पर आरटीआई कार्यकर्ता दुबे का कहना है कि सरकार द्वारा दावोस यात्रा के नाम पर किया गया 1.58 करोड़ का खर्च बचाया जा सकता था, इसके बदले में करदाताओं के पैसे का बेहतर सदुपयोग किया जा सकता था। वो भी उस वक्त जब सरकारी खजाना खाली है। अधिकारी मोहम्मद सुलेमान ने 20 दिसंबर को इंडियन एंबेसी में पत्र लिखकर सीएम कमलनाथ के लिए एक एक्ज़ीक्यूटिव स्यूट और 3 अधिकारियों के लिए 3 प्रीमियम रुम बुक करने के लिए सपोर्ट मांगा था।
आर��ीआई कार्यकर्ता अजय दुबे को आरटीआई आवेदन के बाद नोटशीट की जो कॉपी उपलब्ध कराई गई उसमें आवश्यक खर्च के तौर पर ट्रिप के लिए 1.58 करोड़ रुपए खर्च की जानकारी भी दी गई। इसके अलावा, ऑर्डर में यह भी स्पष्ट किया गया कि कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री के एक प्रतिनिधि भी डेलीगेशन के साथ गए थे। ट्रिेप के लिए 1 करोड़ 57 लाख 85 हजार रुपए का फाइनेंशियल सेंक्शन किया गया। इमें एयर टिकट, रहना खाना सहित अन्य खर्चों को सम्मिलित किया गया।जानकारी में बताया गया कि दावोस जाने के लिए प्रतिनिधिमंडल के वीजा और एयर टिकट पर 30 लाख का खर्च आया, 45 लाख होटल, 9.5 लाख लोकल कन्वेंस, 2 लाख रुपए ज्यूरिख के वीआईपी लाउंज पर, 50 हजार ट्रेवल इंश्योरेंस और 40 लाख रुपए DIPP लाउंज में भाग लेने और प्रमोशन मटेरियल का खर्च आया।इसके अलावा 12 बिजनेसमैनों का एक डेलीगेशन भी दावोस के फोरम में शामिल होने स्विट्ज़रलैंड पहुंचा था, हालांकि इस यात्रा का खर्च डेलीगेशन द्वारा ही उठाया गया था।
गौरतलब है कि कमलनाथ और तीन अन्य अधिकारी जनवरी 2019 में स्विट्जरलैंड दौरे पर गए थे। जिनके वहां पर रहने की व्यवस्था के लिए राज्य सरकार ने 1.58 करोड़ रुपये खर्च किए। मुख्यमंत्री कमलनाथ, प्रदेश के मुख्य सचिव एसआर मोहंती, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अशोक बर्णवाल और राज्य सरकार के औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रधान सचिव मोहम्मद सुलेमान के साथ जनवरी 2019 को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में भाग लेने के लिए स्विट्जरलैंड के दावोस गए थे।जहां ये पैसा खर्च किए गए है।