भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (MP) में फसल बीमा (Crop Insurance) को लेकर नई पहल की जा रही है। जिसकी जानकारी अब से सभी किसानों को SMS के जरिए उपलब्ध कराई जाएगी। वही बीमा कंपनियों (Insurance companies) की माने तो किसान की सूची मिलने के बाद कृषि विभाग सीएम शिवराज (CM Shivraj) और कृषि मंत्री कमल पटेल (kamal patel) की ओर से किसानों को SMS भेजेगा। प्रदेश में पहली बार ऐसे किसान, जिनका फसल बीमा ₹1000 से कम का है। उनको भुगतान नहीं किया जाएगा।
इतना ही नहीं गलती से किसी किसान के खाते में राशि अंतरित कर भी दी गई हो तो उसका भुगतान नहीं किया जाएगा। कृषि विभाग द्वारा बीमा कंपनी से ऐसे किसानों की सूची मांगी गई है जिन का बीमा क्लेम ₹1000 से कम का है। वहीं पर मुख्य सचिव अजित केसरी के मुताबिक बीमा कंपनी से किसानों की सूची मांगी गई है। ऐसे किसान जिनका दावा ₹1000 से कम है, मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद विभागीय बजट में अंतर की राशि मिलाकर ऐसे किसानों का भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा।
वही जारी आंकड़ों के मुताबिक इस श्रेणी में आने वाले किसानों की संख्या एक लाख से अधिक हो सकती है। इसके लिए किसानों को सहायता पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किया गया था जिसके बाद बीमा पोर्टल खुलवा कर रजिस्ट्रेशन करवाया गया था।
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इसके लिए प्रदेश भर के कुल 44 लाख किसानों का प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में रजिस्ट्रेशन किया गया। वहीं खरीफ 2020 और रबी 2020-21 से बीमा फसल के नुकसान के लिए उन 49 लाख 85 हजार किसानों को 7618 करोड़ रुपए की बीमा स्वीकृत की गई है। वही सभी किसानों के खाते में 12 फरवरी को सीएम शिवराज द्वारा Single Click के माध्यम से बीमा राशि भेजने की शुरुआत की गई है।
हालांकि कई बैंक खातों की जानकारी गलत होने की वजह से कई किसानों को अब तक खाते में राशि प्राप्त नहीं हुई है। जबकि ₹1000 से कम के बने दावे का भुगतान सरकार ने रुकवा दिया है। इसीलिए विभाग में नई तैयारी की गई है। जिसके मुताबिक बजट से अंतर की राशि मिलाकर किसानों को भुगतान की जाएगी जबकि प्रारंभिक आकलन के मुताबिक अंतर की राशि ₹28 करोड़ रुपए है।