Vidhik Virameh Bhopal : भोपाल के बीएसएसएस कॉलेज में शनिवार को ‘विधिक विमर्श’ कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह और कांग्रेस नेता विवेक तन्खा प्रमुख रुप से शामिल हुए। यहां विवेक तन्खा ने मंच से वकीलों की मांगें रखी और कहा कि मध्य प्रदेश में लगभग 1 लाख 35 हजार वकील हैं और ये किसी भी पार्टी को जीत या हार दिलाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्होने कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के सामने वकीलों की प्रमुख मांगें रखी।
विवेक तन्खा ने वकीलों का पक्ष रखा
‘विधिक विमर्श’ में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने वकीलों की विभिन्न मांगों को सुना। अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट, हेल्थ इंस्योरेंस, पेंशन सहित स्टाइपेंड और बिजली माफी जैसे मुद्दे उठाए गए। यहां कांग्रेस विधि भाग के अध्यक्ष शशांक शेखर ने वकीलों के लिए को-ऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी की मांग रखी। वहीं राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने मंच से वकीलों की मांग रखते हुए कहा कि अब युवाओं का वकालत की ओर रुझान बढ़ रहा है और ये सबसे पसंदीदा पेशे में शुमार हो गया है। बड़ी तादाद में युवा इस क्षेत्र में आ रहे हैं। उन्होने वकीलों की तरफ से पांच मांगें रखते हुए कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से कहा कि कांग्रेस की सरकार बनती है तो आप इन्हें पूरा करने का वादा करें।
पांच प्रमुख मांगें
- नए वकीलों को कम से कम 3 साल तक स्टाइपेंड मिले।
- एडवोकेट वेलफेयर एंड प्रोटेक्शन एक्ट लाया जाए। बुजुर्ग वकीलों के लिए ओल्ड एज पेंशन की व्यवस्था हो।
- सहयोग राशि बार काउंसिल और एसोसिएशन को दें।
- वकीलों के कोर्ट परिसर के चैंबर और कमरों के बिजली बिल का खर्च सरकार उठाए।
- वकीलों के स्वास्थ्य सुविधा और खर्च की व्यवस्था की जाए। वकीलों केक परिवार के स्वास्थ्य की चिंता की जाए।
कांग्रेस के वचन पत्र में रखी जाएंगी मांगें
इस मौके पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि विवेक तन्खा ने पिछले चुनाव में हजारों वकीलों को कांग्रेस के समर्थन में खड़ा किया था और उम्मीद है कि इस बार भी वकील हमारा साथ देंगे। उन्होने उम्मीद जताई कि वो बहुमत से सरकार बनाएंगे। वहीं कमलनाथ ने कहा कि आने वाला चुनाव मध्यप्रदेश की दिशा तय करने वाला है और हम भ्रष्ट और घोटालों की सरकार के खिलाफ एकजुट होकर लड़ेंगे। वहीं नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि कांग्रेस के वचन पत्र में वकीलों की मांगों को रखा जाएगा। उन्होने कहा कि पहली बार इतना बड़ा अधिवक्ता सम्मेलन हो रहा है और हम सबको एक होकर सच्चाई के पक्ष में खड़ा होना है।