भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में मौसम (MP Weather) के मिजाज लगातार बदल रहे है, शुक्रवार से हो रही रिमझिम बारिश से मौसम सुहाना बन गया है और गुलाबी ठंड का भी अहसास होने लगा है। मौसम विभाग की माने तो मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र (Maharashtra) और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि (Hailstorm) होने की भी संभावना है। हालांकि बुधवार सुबह तक प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश के साथ ही कोहरा रहने की संभावना है।
मौसम विभाग (Weather Department) की माने तो आज मंगलवार (Tuesday) को भाेपाल, हाेशंगाबाद, रीवा, सागर, जबलपुर, शहडाेल, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, गुना, बुरहानपुर एवं खंडवा जिलाें में अगले एक-दो दिन कहीं-कहीं मावठा गिरने की संभावना है।वही 3-4 डिग्री तापमान में भी गिरावट देखी जा सकती है।इसके साथ ही तेज ठंड का दाैर शुरू हाे सकता है।
मध्यप्रदेश में लगातार हो रही रिमझिम बारिश (Rain) से तापमान में गिरावट देखी जा रही है और कोहरे (Fog) के चलते विजिबिलिटी (Visibility) पर भी कम नजर आ रही। मंगलवार सुबह भोपाल (Bhopal) में विजिबिलिटी 50 मीटर से लेकर 200 मीटर, पचमढ़ी (Pachmarhi) में दृश्यता 200 मीटर और इंदौर (Indore), जबलपुर (Jabalpur) में भी खासा असर देखने को मिला है।
इसके अलावा ग्वालियर (Gwalior) में न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया और कोहरा भी छाया रहा। इसके अलावा खरगौन में 25.5 डिग्री, सिवनी में 25.2, खंडवा में 25.1 डिग्री और छिंदवाड़ा में 25 डिग्री तक गया। सबसे कम पचमढ़ी में 6 डिग्री रहा, जबकि ग्वालियर में 10.2 डिग्री रहा। इसके अलावा प्रदेश में सभी जिलों में इससे अधिक ही न्यूनतम तापमान रहा।
बर्फबारी का असर, जनवरी में होगा कोल्ड डे
पहाड़ों पर बर्फबारी के चलते उत्तर भारत के साथ ही मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात में कड़ाके की ठंड का असर देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग की माने तो दिसंबर में शीतलहर और कोहरे का प्रकोप रहेगा लेकिन जनवरी 2021 का पहला महीना कोल्ड डे हो सकता है।इससे 12 दिन अधिकतम तापमान 16 डिग्री से भी कम रह सकता है। वही 5 दिन शीतलहर और 14 दिन घना कोहरा पड़ेगा। इस दौरान कहीं-कहीं बारिश के आसार भी हैं।
गरज चमक के साथ बौछार
भोपाल और रीवा संभागों के जिलों।धार, उज्जैन, बैतूल, शाजापुर, आगर, गुना, अनूपपूर, कटनी, मंडला, दमोह, सागर और छतरपुर।
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
खबरों के छपने का आधार भी हूँ।।
मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ।
इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।।
दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ।
झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।"
(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)