MP Weather Alert Today : पश्चिमी विक्षोभ और चक्रीय चक्रवाती घेरे के कारण मध्य प्रदेश के मौसम में बदलाव का दौर जारी है। पिछले 24 घंटे में कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश और ओलावृष्टि हुई। एमपी मौसम विभाग की मानें तो 19 मार्च को सक्रिय हुए नए पश्चिमी विक्षोभ का असर आज 20 मार्च को दिखाई देगा, जिसके असर से ग्वालियर, चंबल, रीवा और सागर संभाग में तेज बारिश-आंधी के साथ ओलावृष्टि हो सकती है।
आज 5 संभागों में बारिश, 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ के असर से अगले 24 घंटे के दौरान जबलपुर सहित संभाग के जिलों में 30 से 40 किमी की रफ्तार से हवा चलने और गरज-चमक के साथ बारिश के आसार है।। आज ग्वालियर, चंबल, रीवा और सागर संभाग में तेज बारिश-आंधी के साथ ओलावृष्टि हो सकती है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन समेत कई शहरों में भी बादलों की गड़गड़ाहट और बिजली चमकने-गिरने के साथ बारिश की संभावना है।ग्वालियर चंबल संभाग में 21 मार्च तक गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी और आंधी के आसार है।
21 मार्च कर जारी रहेगा तेज हवा-बारिश का दौर
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, आज भोपाल, इंदौर, जबलपुर और उज्जैन में मौसम बदला हुआ रहेगा। ग्वालियर, चंबल, रीवा और सागर संभाग में गरज-चमक के साथ बिजली कड़कने, तेज हवा और बारिश हो सकती है। हवा की रफ्तार 70 किलोमीटर प्रतिघंटा तक रहने की संभावना है। इंदौर में सोमवार को बादल छाए रहेंगे और हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है। ग्वालियर चंबल संभाग और जबलपुर में अभी 21 मार्च तक गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी का दौर चलेगा ।
क्या कहता है एमपी मौसम विभाग
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ ईरान व अफगानिस्तान के ऊपर एक चक्रवाती घेरा के रूप में बना हुआ है। इसके साथ ही दक्षिण राजस्थान और उससे सटे उत्तर गुजरात पर चक्रवाती हवा का क्षेत्र अब पूर्वी राजस्थान और उससे सटे पश्चिमी मध्य प्रदेश पर स्थित है। वहीं चक्रवाती परिसंचरण पूर्वी राजस्थान और इससे सटे पश्चिमी मप्र से उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है, जिसके चलते प्रदेश भर के मौसम में बदलाव नजर आ रहा है।
25 जिलों में फसलों को भारी नुकसान
मध्य प्रदेश में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से 25 जिलों में गेहूं और चना की फसलों को बड़ा नुकसान पहुंचा है। प्रदेश के मंडला, डिंडौरी, छतरपुर, दमोह, खंडवा, खरगोन, उमरिया, उज्जैन, छिंदवाड़ा, बालाघाट, भोपाल, बैतूल, गुना, रतलाम, सागर, उज्जैन, नर्मदापुरम, सिवनी, रायसेन, इंदौर, नरसिंहपुर सहित अन्य जिलों में वर्षा और ओलावृष्टि से फसलें प्रभावित हुई हैं। राज्य सरकार ने सभी जिला कलेक्टरों को सर्वे करके किसानों को राजस्व परिपत्र पुस्तक के प्रविधान अनुसार आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं। उधर, कांग्रेस ने सर्वे कराने के स्थान पर किसानों को सीधे आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मांग सरकार से की है।