MP में Tandav पर बवाल जारी, नरोत्तम मिश्रा बोले- केन्द्र से करेंगे पूरे देश में बैन की मांग

Pooja Khodani
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। अमेजॉन प्राइम (Amazon Prime) पर रिलीज हुई वेब सीरीज ‘तांडव’ (Web Series ‘Tandava’) पर विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) का बड़ा बयान सामने आया है। मिश्रा का कहना है कि तांडव को पूरे देश में बैन करने के लिए केन्द्र से मांग करेंगे और मध्यप्रदेश सरकार भी टीम केस दर्ज करवाएगी।

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आज मीडिया से चर्चा के दौरान नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि #TandavWebSeries की टीम के खिलाफ मध्यप्रदेश सरकार (MP Government) केस दर्ज़ कराएगी। ऐसी #WebSeries जिसमें अश्लीलता हो और जिससे धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं उसे पूरे देश में प्रतिबंधित (Ban) करने की मांग केंद्र से करेंगे।

वही नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में अवैध शराब (Illegal liquor) की रोकथाम के लिए आज शाम कलेक्टर-कमिश्नर (Collector-Commissioner) और एसपी-आईजी कांफ्रेंस (SP-IG Conference) में क्रांतिकारी निर्णय होंगे। बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से ग्रामीण क्षेत्रों में शराब दुकानों की संख्या बढ़ाने के बारे में अनुरोध करूंगा। इससे अमानक और जहरीली शराब  (Poisonous liquor) की बिक्री पर अंकुश लगेगा।

ममता और अखिलेश पर हमला

नरोत्तम मिश्रा ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) जी जवाब दीजिए। अब तक जितनी भी फिल्में बनीं हैं उनमें कोई हिन्दू धर्म (Hindu Dharma) के अलावा किसी दूसरे धर्म पर टीका-टिप्पणी करने का दुस्साहस कर पाया है? जब हिन्दू धर्म की आस्था पर चोट करने का विरोध किया जाता है तो आपको बुरा क्यों लगता है? 

वही नरोत्तम मिश्रा ने ममता सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि #WestBengal में पाकिस्तान, बांग्लादेशी घुसपैठिए और अलकायदा के लोग अशांति का वातावरण पैदा करना चाह रहे हैं, जिससे ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) जी को चुनाव (Bengal Election) सहानुभूति मिल जाए। दीदी अब समझ चुकी हैं कि उनकी सरकार जाने वाली है इसलिए उनका तुष्टिकरण का फंडा अब उजागर हो गया है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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