भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मनरेगा (MANREGA) मजदूरों और अधिकारियों के लिए खुशखबरी है।मनरेगा योजना (MGNREGA Scheme) के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये 2 नये मोबाइल एप (MGNREGA Mobile App) का उपयोग प्रदेश में प्रारंभ किया गया है। इसके माध्यम से अधिकारियों द्वारा किये गए निरीक्षण और मजदूर द्वारा की गई मजदूरी की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज की जाएगी।आगामी एक सप्ताह में जिला कलेक्टर (Collector) एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला, पंचायत को अपने जिले के कम से कम एक कार्य-स्थल की जाँच रिपोर्ट एप्लीकेशन के माध्यम से अपलोड करने के निर्देश राज्य स्तर से जारी किये गये हैं।
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“एरिया ऑफिसर एप’’ के माध्यम से राज्य-स्तरीय, जिला कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत तथा अन्य अधिकारियों द्वारा जाँच और भ्रमण के समय मनरेगा के कार्यों की गुणवत्ता तथा उपयोगिता पर टीप, कार्य-स्थल से जियो टैग फोटो सहित अपलोड (Photo Upload) की जा सकेगी। अधिकारियों द्वारा किये गये दौरा तथा जाँच रिपोर्ट नस्तियों पर न होकर मोबाइल पर रहेगी, जिसे पोर्टल के माध्यम से पारदर्शिता पूर्ण तरीके से ऑनलाइन देखा जा सकेगा।
इसी प्रकार मनरेगा अंतर्गत कार्यों पर लगे मजदूरों की उपस्थिति कागज पर दर्ज करने के बजाए “मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम एप’’ (mobile monitoring system app) के माध्यम से मेटऔर ग्राम रोजगार सहायक द्वारा कार्य-स्थल पर प्रतिदिन सुबह 11.30 के पहले ली जायेगी।कार्य-स्थल से प्रति दिवस दर्ज मजदूरों की उपस्थिति जियो टैग फोटोग्राफ के साथ नरेगा पोर्टल पर उपलब्ध रहेगी, जिससे मनरेगा के कार्यों के क्रियान्वयन में पारदर्शिता बनी रहेगी। आगामी 20 अगस्त से केवल ऐसे मजदूरों का भुगतान होगा, जिनकी हाजिरी सीधे कार्य-स्थल से दर्ज की गई है।
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क्या है मनरेगा- मनरेगा योजना विश्व की एकमात्र ऐसी योजना है जो 100 दिन रोजगार की गारंटी देती है। इस योजना के सञ्चालन के लिए केंद्र सरकार ने वित्तीय वर्ष 2010-11 में 40,100 करोड़ रुपए आबंटित किये थे। देश के गरीब और बेरोजगार परिवार अपनी आजीविका के लिए इस योजना का लाभ उठा रहे है। ऐसे कमजोर आय वर्ग के लोगों को उनके ही ग्राम पंचायत में रोजगार दिया जाता है, इससे पलायन की समस्या को भी काफी हद तक रोका जा सका है।
मनरेगा योजना का उद्देश्य
- मनरेगा का सबसे बड़ा उद्देश्य ग्रामीण विकास और रोजगार के दोहरे लक्ष्य को प्राप्त करना है।
- ग्रामीण भारत में निवास करने वाले गरीब व कमजोर आय वर्ग के परिवारों को 100 दिनों की रोजगार प्रदान करना है ताकि वे अपनी आजीविका चला सकें।
- विकास कार्य के साथ साथ आर्थिक मजबूती प्रदान करना।
- ग्राम पंचायत स्तर पर रोजगार प्रदान करना जिससे रोजगार हेतु अन्य शहरों में होने वाले पलायन को रोका जा सकें।
- आजीविका को मजबूत करना और गरीब परिवारों की आय में वृद्धि करना।
- मनरेगा योजना का उद्देश्य समाज के कमजोर वर्ग को भी मुख्य धारा में सम्मिलित करना है।
- भारत में पंचायती राज प्रतिष्ठानों को और मजबूत करना।