भोपाल।
सत्ता जाने के बाद भी पूर्व मंत्री का बंगले से मोह नही छूट रहा है। राज्य सरकार द्वारा बार बार नोटिस भेजे जाने के बाद उन्होंने बंगला खाली नही किया है, जिसके बाद सरकार ने भी सख्ती करन शुरु कर दिया है। अब उन्हें 25 अप्रैल तक भोपाल स्थित मंत्री बंगला खाली करने का नोटिस दिया गया है। बंगला खाली नहीं करने पर बलपूर्वक आवास खाली कराने की चेतावनी भी दी गई है।वैसे यह बंगला कमलनाथ सरकार में जल संसाधन मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा को आवंटित किया गया है, लेकिन खाली ना होने के चलते वे इधर-उधर से गुजारा कर रहे है।
दरअसल, मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन होते ही पूर्व विधायकों और पूर्व मंत्रियों को विधानसभा सचिवालय द्वारा बंगला खाली करने को कहा गया था। इसमें कईयों ने अपना बंगला खाली कर दिया लेकिन शिवराज सरकार में ऊर्जा मंत्री से पांच महिने बीत जाने के बाद भी बंगले का मोह नही छूट पाया।सरकार ने उन्हें कई बार नोटिस भी जारी किए लेकिन उन्होंने कोई रिस्पांस नही दिया, जिसके बाद न्यायालय सक्षम प्राधिकारी मप्र लोक परिसर (बेदखली) अधिनियम भोपाल ने उन्हें नोटिस जारी किया है। अब मंगलवार को उन्हें अब 25 अप्रैल तक चार इमली भोपाल स्थित मंत्री बंगला खाली करने का नोटिस दिया गया है। बंगला खाली नहीं करने पर बलपूर्वक आवास खाली कराने की चेतावनी भी दी गई है।
न्यायालय सक्षम प्राधिकारी मप्र लोक परिसर (बेदखली) अधिनियम भोपाल ने नोटिस जारी कर कहा है कि पारस जैन अब भी अनधिकृत रूप से चार इमली स्थित बंगले में आधिपत्य जमाए हैं. 25 अप्रैल तक आवास खाली नहीं करने पर उसे बलपूर्वक खाली कराने की कार्रवाई की जाएगी।इस बंगले को शासन ने अब मौजूदा जल संसाधन मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा को आवंटित किया है, लेकिन खाली नहीं होने के कारण वह इसमें शिफ्ट नहीं हो पा रहे हैं. वही आचार संहिता के चलते उन्हें गेस्ट हाउस भी खाली करना पड़ा है, ऐसे में वे इधर उधर भटक रहे है, इसी के चलते पारस जैन को सरकारी बंगले से बेदखली का नोटिस भेजा गया है।