VIDEO: मध्य प्रदेश को PM मोदी ने दी बड़ी सौगात, सीएम शिवराज बोले- Thank You

Pooja Khodani
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। भोपाल दौरे से पहले पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने मध्य प्रदेश को बड़ी सौगात दी है।मोदी सरकार ने परिवहन विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसके बाद हबीबगंज रेलवे स्टेशन(Habibganj railway station) का नाम रानी कमलापति स्टेशन होगा। पीएम मोदी 15 नवंबर 2021 को इसका लोकार्पण करेंगे।इस सौगात के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने धन्यवाद दिया है।

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सीएम शिवराज सिंह चौहान ने  कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी जी को मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की जनता की तरफ से हृदय से धन्यवाद देता हूं। पीएम  मोदी की पहल पर हबीबगंज स्टेशन को मॉडल रेलवे का स्वरूप दिया गया है। उसका नाम रानी कमलापति रखा गया है। रानी कमलापति (Rani Kamalapati) गोंड समाज का गौरव एवं अंतिम हिंदू रानी थी।

बता दे कि हबीबगंज रेलवे स्टेशन का निर्माण 1979 में किया गया था।14 जुलाई 2016 को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) के तहत रेलवे ने हबीबगंज के मॉडर्नाइजेशन के लिए पहला कॉन्ट्रेक्ट किया। 5 साल तक चले मॉडर्नाइजेशन प्रोजेक्ट के बाद जुलाई 2021 में हबीबगंज स्टेशन बनकर तैयार हो गया। यहां वर्ल्ड क्लास सुविधाएं हैं। इन पर करीब 100 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।नए बने इस रेलवे स्टेशन पर अब यात्रियों को शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, हॉस्पिटल, मॉल, स्मार्ट पार्किंग, हाई सिक्योरिटी समेत कई आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी।

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बता दे कि रानी कमलापति गिन्नौरगढ़ के मुखिया और गोंड राजा निजाम शाह की विधवा गोंड शासक थीं। कहते है 16वीं सदी में भोपाल गोंड शासकों के अधीन था।इस समय गोंड राजा सूरज सिंह शाह के बेटे निजाम शाह से रानी कमलापति का विवाह हुआ था। सन 1710 में भोपाल की ऊपरी झील के आसपास का क्षेत्र भील और गोंड आदिवासियों ने बसाया था। तत्कालीन गोंड सरदारों में निजाम शाह सबसे मजबूत माने जाते थे। रानी कमलापति ने अतिक्रमणकारियों का डटकर सामना किया था। आदिवासियों में रानी कमलापति के वीरता के किस्सों की अक्सर चर्चाएं होती हैं।

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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