रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम में हुए हत्याकांड की चर्चा देश भर में रही| इस मामले में सनसनीखेज खुलासे के बाद अब आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है| हत्यकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने साफ़ किया था कि जिस लाश को आरएसएस कार्यकर्ता हिम्मत पाटीदार की बताया जा रहा था वह उसके पूर्व नौकर की थी ओर हिम्मत ने ही बीमा की राशि हासिल करने के लिए उसका कत्ल कर खुद की हत्या की साजिश रची थी| हत्याकांड के आरोपी हिम्मत पाटीदार को पुलिस ने राजस्थान से एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल के पास से गिरफ्तार किया।
खुद की ह्त्या की साजिश रचने वाले आरएसएस कार्यकर्ता हिम्मत पाटीदार ने पूछताछ में पुलिस के सामने कई बड़े खुलासे किये हैं ओर ह्त्या की पूरी कहानी से पर्दा उठाया है| हिम्मत ने पुलिस को बताया कि उसने 26 लाख का कर्ज चुकाने के लिए ही अपनी कद काठी के शख्स की हत्या की। उसका इरादा बीमे की रकम हासिल करना था जिससे वह अपना कर्जा उतार सके। उसने पुलिस को बताया कि पहले वो अपनी कद काठी के शख्स कालू की हत्या करना चाहता था। इसकी पूरी प्लानिंग भी उसने कर ली थी। लेकिन वो जब रात में खेत पर नहीं आया तो उसके बदले मदन को मौत के घाट उतार दिया। जिसके बाद वह फरार हो गया और रुनिजा, उज्जैन और खाचरोद इलाके में ही घूमता रहा|
से रची हत्या की साजिश
एसपी गौरव तिवारी ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि जब कालू खेत पर नहीं आया तो आरोपी हिम्मत ने मदन जो कि उसका पूर्व नौकर था को बाइक पर बैठा कर लाया यह कहकर कि चलो खेत संग चलते हैं| वहाँ जाने के बाद आरोपी ने कहा ठंड ज्यादा है तुम मेरे कपडे पहन लो, तब मदन ने हिम्मत की शर्त पेंट और जैकेट पहन ली| फिर दोनों ने बैठकर बीड़ी पी| घटना के एक दिन पहले ही मौके पर हिम्मत ने तलवार छिपा रखी रही| बीड़ी पीने के बाद मौक़ा देखते ही आरोपी ने मदन का गला दबा दिया जिससे वो जमीन पर गिर गया इसके बाद आरोपी ने तलवार से उसका गला काट दिया| फिर चेहरे की पहचान न हो इसके लिए आरोपी ने उसका चेहरा भी जला दिया| इसके बाद मदन के कपडे लेकर आरोपी मौके से भाग गया| जो कि घटनास्थल से 500 मीटर की दूरी पर ही सड़क किनारे पुलिस को मिल गए थे| हत्याकांड के आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसे फिल्म देखकर इस साजिश का आईडिया आया| बीमा की राशि हासिल करने के लिए हिम्मत ने ह्त्या की साजिश रची| ह्त्या के खुलासे के बाद से ही पुलिस सरगर्मी के साथ आरोपी की तलाश कर रही थी| जिसके बाद पुलिस ने राजस्थान से एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल के पास से गिरफ्तार किया। फरार आरोपी को पकड़ने के लिए रतलाम एसपी गौरव तिवारी ने पांच अलग अलग टीमें लगाई थी|
यह था मामला
गौरतलब है कि जिले के कमेड़ गांव में 23 जनवरी को खेत में लाश मिलने से सनसनी फेल गई थी, प्रारंभिक रूप से इस शव को आरएसएस कार्यकर्ता हिम्मत पाटीदार का बताया जा रहा था| जिसके बाद प्रदेश भर में इसको लेकर राजनीति भी गरमा गई| लेकिन जब गांव के ही दूसरे शख्स की गुमशुदगी की बात पुलिस को पता चली तो जांच का दायरा बदला। पुलिस ने लाश का डीएनए टेस्ट कराया तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। जिस लाश की शिनाख्त हिम्मत के रुप में हुई थी। वो गुमशुदा मदन निकला। इसके बाद पुलिस को हिम्मत पर शक गहरा गया और जांच के बाद ये खुलासा हुआ कि जिसे मरा हुआ माना जा रहा था, वो ही असली हत्यारा निकला। शव की जेब से मिली डायरी में हिम्मत पर 8 लाख का कर्ज होने और 20 लाख रुपए की बीमा पॉलिसी की जानकारी मिली थी| डायरी में ही हिम्मत पर करीब 10 लाख रुपए की देनदारी का हिसाब भी था। पुलिस को तभी शक हुआ था कि 20 लाख रुपए बीमा क्लेम लेने के लिए हिम्मत ने ही खुद को मृत बताने के लिए साजिश रचकर मदन की हत्या की।