भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। परिवहन विभाग के एक निरीक्षक की दबंगई और दुस्साहस का मामला सामने आया है। विभाग के द्वारा प्रताड़ित जो ट्रक ड्राइवर इस समय अपने घर पर पड़ा उपचार करा रहा है, उसे धमकाने के लिए राजस्थान में उसके घर निरीक्षक ने अपने अधीन काम करने वाले लोगों को भेज दिया और उस पर पुलिस में मामला दर्ज न कराने का दबाव डाला।
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28 जुलाई 2021 को बिलासपुर से भीलवाड़ा कोयला लादकर जा रहे निंबाहेड़ा के ट्रक ड्राइवर राजू बंजारा के साथ आरटीओ विभाग के नयागांव बैरियर पर पदस्थ सरकारी और निजी कर्मचारियों ने मारपीट की थी। दरअसल आरटीओ कर्मी राजू पर दो हजार रूपये की अवैध एंट्री वसूली का दबाव बना रहे थे जिसे देने से राजू ने इंकार कर दिया था। इस मारपीट में राजू के पैर में फ्रैक्चर भी हो गया था। इस पूरी घटना की पुलिस थाना जावद में रिपोर्ट करने के बाद भी रिपोर्ट नहीं लिखी गई और एसपी नीमच ने भी कोई कार्रवाई नहीं की। उसके बाद राजू चित्तौड़गढ़ में निजी अस्पताल में भर्ती हुआ जहां ऑपरेशन के बाद उसके पैर में राड डाल दी गई और वर्तमान में वह अपने घर पर उपचार करा रहा है।
22 अगस्त को राजू के घर पर आरटीओ विभाग में नयागांव आरटीओ बैरियर के प्रभारी अश्विनी खरे द्वारा आरटीओ बैरियर पर निजी रूप से पदस्थ तीन व्यक्ति पहुंचे और उस पर शिकायत वापस लेने का दबाव डाला। इसके साथ ही राजू को यह ऑफर भी दिया गया कि कुछ पैसे ले ले और मामला रफा-दफा कर ले वरना उसका अंजाम ठीक नहीं होगा। इस घटना के बाद राजू काफी डरा हुआ है लेकिन मध्य प्रदेश की पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।