भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने पिछड़े वर्ग की पीठ पर छुरा घोंपा है। उन्होने सदन में कहा कि 8 मार्च 2019 को 14 से 27 प्रतिशत आरक्षण लागू करने का तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने वचन दिया था। 10 मार्च को याचिका लगी और 19 मार्च को स्टे आ गया। 10 से 19 तारीख तक तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने अपना एडवोकेट जनरल तक कोर्ट में खड़ा नहीं किया। तत्कालीन सरकार ने अपने शासन के दौरान कोई प्रयास तक नहीं किया।
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सीएम ने कहा कि कांग्रेस भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है और समाज को तोड़ने के प्रयास में लगी है। कल आदिवासियों को लेकर भ्रम फैलाया और आज पिछड़े वर्ग को भ्रमित करने का कांग्रेस प्रयास कर रही है। सीएम ने पूछा कि कमलनाथ जवाब दें कि पिछड़ा वर्ग को 27% आरक्षण बरकरार रखने के लिए कांग्रेस ने क्या किया ? कमलनाथ जवाब दें कि क्या कांग्रेस ने पिछड़ा के साथ धोखा नहीं किया ? क्या कांग्रेस ने 27 आरक्षण के निर्णय पर पर स्टे कराने का षड्यंत्र नहीं किया। उन्होने कहा कि कमलनाथ जी और पूरी कांग्रेस को एक बात का जवाब और देना पड़ेगा कि 19 तारीख को अत्यंत महत्वपूर्ण मामले में कम से कम एडवोकेट जनरल को तो खड़ा करते। देश के प्रख्यात वकीलों को लाते, स्टे ना मिले, आरक्षण लागू हो जाए इसकी कोशिश करते लेकिन इनका एडवोकेट जनरल तक खड़ा नहीं हुआ। कमलनाथ जी आप ने यह पाप किया पूरी कांग्रेस में और आज नौटंकी कर रहे हो।
सीएम ने सवाल किया कि क्यों एडवोकेट जनरल खड़ा नहीं हुआ और जब स्टे हो गया कि 27 परसेंट नहीं 14 परसेंट ही रहेगा तो इनके एडवोकेट जनरल ने 31 जनवरी 2020 को तब इनकी सरकार थी, एडवोकेट जनरल ने कहा कोर्ट में पेश होकर यही आदेश पीएससी की नियुक्तियों पर भी लागू किया जाए मतलब 27 से 14 परसेंट पीएससी की नियुक्तियों में भी कर दिया जाए। उन्होने कहा कि आपका यह पाखण्ड हम चलने नहीं देंगे। किसी भी कीमत पर पिछड़ा वर्ग की पीठ में छुरा भोंकने के इनका यह जो कदम है वह निंदनीय है और पिछड़ा वर्ग इन्हें छोड़ेगा नहीं। सीएम ने आरोप लगाया कि सत्ता के लिये कांग्रेस ने हमेशा समाज विघटन का रास्ता अपनाया है। कभी हमारे आदिवासी भाई बहनों के नाम पर तो अभी पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के नाम परl उन्होने कहा कि सत्ता के लिये समाज विघटन के षड्यंत्र करना कांग्रेस की नीति हैl