SAHARA INDIA की बढ़ी मुश्किलें! निवेशकों ने अब प्रधानमंत्री से लगाई गुहार

Pooja Khodani
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में सहारा इंडिया (SAHARA INDIA) की विभिन्न कोऑपरेटिव सोसायटियों में निवेश कर अपने खून पसीने की गाढ़ी कमाई फसा चुके निवेशक अब प्रधानमंत्री मोदी की शरण में है। प्रधानमंत्री को लिखे हुए पत्र में फरियाद की गई है कि सहारा में फंसा पैसा जल्द से जल्द निवेशकों को वापस दिलाया जाए।

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पहले अपनी विभिन्न स्कीमों और उसके बाद कोऑपरेटिव सोसायटियों के माध्यम से सहारा इंडिया अकेले MP के निवेशकों का करीब 20 हजार करोड़ रुपए का विभिन्न स्कीमो मे निवेश करा चुकी है। कंपनी ने अपने एजेंट बनाए और उन एजेंटों को कमीशन का लालच और आम जनता को ब्याज का सपना दिखाकर पैसा तो निवेश करा लिया लेकिन जमा कर्ताओं के जमा धन की परिपक्वता अवधि पूरी होने के बाद भी उनका पैसा वापस नहीं दे रही है। हालात इतने खराब हैं कि कई जगह तो एजेंट या निवेशकों (investors) ने आत्महत्या तक कर ली है और सीधे तौर पर इसकी वजह सहारा बना है। बावजूद इसके कंपनी पैसा वापस नहीं लौटा रही है।

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सहारा के प्रमुख सुब्रतो राय (Sahara chief Subrata Roy) के खिलाफ मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में लगभग एक सैकड़ा FIR दर्ज हो चुकी हैं लेकिन अब तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। ऐसे में अब सहारा के कार्यकर्ता और जमा कर्ताओं ने प्रधानमंत्री का दरवाजा खटखटाया है ।  सहारा के पूर्व अधिकारी रह चुके व वर्तमान में एजेंट अनिल मिश्रा ने एक पत्र लिखकर प्रधानमंत्री मोदी से निवेदन किया है कि वह जल्द से जल्द सहारा के निवेशकों का पैसा वापस लौटाने की दिशा में उचित व कठोर कार्यवाही करें वरना कई लोग आत्महत्या को मजबूर हो जाएंगे। इस पत्र की एक प्रति मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी भेजी गई है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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