भोपाल| कर्नाटक और गोवा में सियासी उबाल के बीच मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार और पार्टी सक्रीय हो गई है| लोकसभा चुनाव की हार के बाद पहली बार दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भोपाल दौरे पर आये हैं| इस दौरान सिंधिया अलग अंदाज में नजर आये| पिछले कुछ दिनों से वे मप्र से दूरी बनाये हुए थे, लेकिन अब सिंधिया सक्रीय हो गए हैं| वहीं आज सिंधिया के आने पर लंच और डिनर पार्टी भी चर्चा का विषय बनी हुई है| तुलसी के ‘आंगन’ में हो रही इस दावत के लिए बंगले में खास सजावट की गई है, वहीं मीडिया के लिए नो एंट्री रखी गई है| यहां सभी तरह के विशेष इतंजाम किये गए हैं, बैठक व्यवस्था भी अलग अलग की गई है|
सिंधिया और मुख्यमंत्री के बीच लंच पर मुलाकात हो चुकी है और अब डिनर की तैयारी है, यह डिनर सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट दे रहे हैं, इसमें कांग्रेस के साथ सपा और बसपा और निर्दलीय विधायक भी आमंत्रित हैं| पूरी सरकार एक साथ इस दावत पर इकट्ठी होने जा रही है जिसके चलते सियासी चर्चाएं भी तेज हैं, सबकी नजर इस डिनर पार्टी पर है, यहां क्या चर्चा होगी इसको लेकर तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं|
सिंधिया ऐसे समय भोपाल आये हैं, जब प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए उनका नाम चला है और पिछले कुछ दिनों में सिंधिया समर्थक म��त्रियों की नाराजगी से बखेड़ा खड़ा हो चुका है| वहीं कर्नाटक और गोवा के सियासी संकट के बीच एकजुटता का सन्देश देने के लिए यह दावत का तरीका निकाला गया है, डिनर और लंच डिप्लोमेसी को इससे जोड़कर देखा जा रहा है| जब सभी एक साथ होंगे तो चर्चा भी एक साथ हो सकती है| हालाँकि पार्टी में बड़े फैसले दिल्ली में ही तय होते हैं| लेकिन सबको एक साथ जोड़कर कांग्रेस विपक्ष को जवाब देने की तैयारी में है, कहीं कोई नाराजगी है तो उसे वरिष्ठ नेता मिलकर सुलझा लेंगे यह सन्देश देने की कोशिश की जायेगी|
प्रदेश में कांग्रेस संगठन में बदलाव की मांग और सिंधिया और अन्य गुटों में नए पीसीसी चीफ को लेकर हो रही खींचतान पर भी क्षत्रपों के बीच सहमति बन सकती है| वहीं मंत्रिमंडल को लेकर भी चर्चा हो सकती है| मंत्री तुलसी सिलावट के निवास पर होने वाली इस दावत के लिए राजधानी में हलचल है|