भोपाल| मध्य प्रदेश में सत्ता से बेदखल होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान किसानों के मुद्दे पर नई सरकार की घेराबंदी करने में जुटे हुए हैं| सीएम कमलनाथ को कई पत्र लिखने के बाद अब शिवराज ने अल्टीमेटम दिया है| उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में किसान बेहाल है. इसके लिए मैं कई बार पत्र लिखकर मुख्यमंत्री महोदय को इसके बारे में सूचित कर चुका हूं, लेकिन कोई हल नहीं निकला. इसलिए अब मैं खुद मिलूंगा, लेकिन अगर तब भी किसानों की समस्याओं का हल नहीं निकला तो मेरे पास किसानों की समस्या दूर करने के लिए अंतिम उपाय आंदोलन के अलावा कुछ नहीं बचता है| मैं आंदोलन करूंगा|
शिवराज ने किसानों की धान खरीदी पर भी सवाल उठाए है। वहीं उन्होंने 25 लाख किसानों की कर्जमाफी पर कहा कि सीएम कमलमाथ से मिलकर किसानों की समस्यायों को लेकर चर्चा करुंगा। कर्जमाफी में सरकार का अलग अलग बयान सामने आता है, कभी 35 लाख तो कभी 25 लाख। 10 दिन में सरकार ने कर्जमाफी का वादा किया था, लेकिन दो महिने हो गए है और अब तक किसानों का कर्जा माफ नही हुआ है। 60 दिन में वादे के मुताबिक अब तक 6 मुख्यमंत्रियों को बदल जाना था।अगर ऐसा ही चलता रहा और किसानों की समस्या नही सुलझी तो बीजेपी आंदोलन करेगी। शिवराज ने कहा कि धान से लेकर उड़द तक हर फसल वाला किसान परेशान है| 40 किलो प्रति बोरी धान लेने के बजाय 41 किलो 200 ग्राम प्रति बोली धान तौली जा रही है| न तो धान खरीदी हो रही है और न ही तौली जा रही है| किसानों की फसल खुले में पड़ी है| छत्तीसगढ़ सरकार 2500 रुपए प्रति क्विंटल धान खरीद रही है, आपने वचन दिया था आपको भी किसान की धान बोनस के साथ 2500 रु प्रति कुंटल में खरीदी करनी चाहिए|
सत्ता बदलने के बाद लगातार हो रहे तबादलों को भी शिवराज ने सीएम कमलनाथ पर हमला बोला है| शिवराज सिंह ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि बार-बार के तबादलों से अफसरों का मनोबल गिरता है। तबादलों के जरिए प्रदेश में अराजकता का माहौल बन रहा है। मुख्यमंत्री के नाम पर कोई सुपर पावर तबादलों में जुटा हुआ है। 15 दिन में अफसर को बदल देने से प्रशासनिक व्यवस्था पर बुरा असर पड़ता है । शिवराज ने कहा कि सब के सब को बदल डालूंगा से प्रशासन नही चलता है। हालांकि यह पहला मौका नही है जब शिवराज ने कमलनाथ सरकार को आड़े हाथों लिया हो।जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है तब से शिवराज लगातार सरकार के फैसलों और कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहे है और सत्ता जाने के बाद भी बयानो से सुर्खियां बटोर रहे है।