सीहोर।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री और सीहोर जिले के प्रभारी मंत्री आरिफ अकील पर गंभीर आरोप लगाए है। शिवराज का कहना है कि प्रभारी मंत्री आरिफ अकील जनता के सम्मान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इन्हीं के संरक्षण में नर्मदा से रेत की लूट चल रही है जबकि सीएम कमलनाथ दबाव में हैं। शिवराज इतने पर भी नही रुके और आगे कहा कि प्रभारी मंत्री के संरक्षण में भोपाल के गुंडे आ रहे हैं। मेरे क्षेत्र को गुंडागर्दी का अड्डा बना दिया है।रेहटी थाने के टीआई खुलेआम वसूली कर रहे हैं।वही उन्होंने चेलैंज देते हुए कहा कि सीएम कमलनाथ और मंत्री आरिफ अकील अगर दम हो तो माफिया पर कार्रवाही करो।
दरअसल, कुछ दिन पहले रेहटी के बोरखेड़ा गांव के बीजेपी के वरिष्ठ नेता महेंद्र भाटी का पुलिस से कुछ विवाद हुआ तो पुलिस ने उनका जुलूस निकाल दिया। इस मामले से नाराज़ बुधवार को क्षेत्रीय विधायक और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रेहटी पुलिस थाने का घेराव कर दिया और सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। वही बीजेपी कार्यकर्ताओं को हथकड़ी लगाकर घुमाने को लेकर सवाल उठाए।शिवराज ने आगे कहा कि अवैध शराब और रेत उत्खनन का धंधा जोरों पर है। यह सब पुलिस के संरक्षण में चल रहा है। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। मां नर्मदा को खोखली नहीं होने देंगे। अब जनता को ही जागना पड़ेगा, क्योंकि राजा तो लूटने में व्यस्त है। नर्मदा सेना बनाकर हम मां नर्मदा को बचाएंगे।नर्मदा की रक्षा के लिए नर्मदा सेना बनाएंगे। हर गांव के लोग नर्मदा की रक्षा के लिए खड़े होंगे।
शिवराज ने आगे कहा कि मैं कमलनाथ जी से पूछना चाहता हूं कि उनकी पुलिस को यह अधिकार किसने दिया कि वह जनता के सम्मान के साथ खेले? हथकड़िया लगाएं, सरेआम बेइज्जत करे। शिवराज सिंह चौहान मर जाएगा, लेकिन यह अन्याय नहीं होने देगा।जनता की सेवा नहीं वसूली अभियान चल रहा है। बेईमान और भ्रष्ट प्रभारी मंत्री मेरे क्षेत्र में जनता को परेशान करने निकला है। जनता या मेरे कार्यकर्ताओं पर हाथ उठाने से पहले तुम्हें शिवराज की लाश से गुजरना होगा।
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस अपर कलेक्टर वी के चतुर्वेदी और अतिरिक्त एसपी समीर यादव को ज्ञापन सौंपकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने आगामी 23 जनवरी को नसरुल्लागंज में थाने का घेराव करने की घोषणा की।वहीं इस मामले में जिले के अतिरिक्त एसपी समीर यादव ने कहा की ज्ञापन में दिए गए बिन्दुओ की जांच एक सप्ताह में करवाई जाएगी।