भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2 लाख के पार पहुंच गई है।पिछले 24 घंटे में 1500 से ज्यादा नए मरीज सामने आए है और 13 लोगों की मौत हो गई। इंदौर में 500 तो भोपाल में 300 से ज्यादा केस मिलें। इन आंकड़ों को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इन्दौर और भोपाल में अधिक सावधानी बरतनें और ध्यान देने की जरूरत है।वही जबलपुर, ग्वालियर, रतलाम, विदिशा और धार जिले में पूर्व की तरह सतर्कता रखी जाये।
सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने कहा कि जहां पहले 1800 कोरोना पॉजिटिव केस प्रतिदिन रिपोर्ट हो रहे थे। वहीं अब यह संख्या 1500 प्रतिदिन से कम हुई है।कोरोना की रोकथाम के लिये लगातार हो रहे प्रयासों से संक्रमण की दर में कमी आयी है। ऐसे ही प्रयास सतत जारी रखने है। इन्दौर और भोपाल में अधिक सावधानी बरतनें और ध्यान देने की जरूरत है।हालांकि इन्दौर (Indore) और भोपाल (Bhopal) में कोरोना संक्रमण पर प्रभावी रोक लगाने के लिये अधिक सावधानी बरतनें और प्रयास करने के निर्देश दिये।इन दो जिलों में ही कन्टेनमेंट जोन बनाये गये है। इन संक्रमण क्षेत्रों को निर्धारित गाइड लाइन (Guideline) का पालन करते हुये 14 दिन की समयावधि पूर्ण होने के पश्चात ही खोला जाये। इन क्षेत्रों के नागरिक संक्रमण से बचाव के उपायों को कड़ाई से अपनायें।वही जबलपुर (Jabalpur), ग्वालियर (Gwalior), रतलाम (Ratlam), विदिशा और धार जिले में पूर्व की तरह सतर्कता रखी जाये।
91.1 प्रतिशत रिकवरी रेट, डॉक्टरों का ध्यान रखेगी सरकार
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में कोरोना की रिकवरी रेट 91.1 प्रतिशत है। पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत है।मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिये कि जिलों के प्रभारी अधिकारी सुनिश्चित करें कि यदि किसी जिले में कोई डॉक्टर कोरोना से संक्रमित होता है तो उसके इलाज की सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाये। ये हमारे समाज के कोरोना योद्धा है। इनका राज्य सरकार पूरा ध्यान रखेगी।बता दे कि हाल ही में कोरोना संक्रमित बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर शुभम उपाध्याय (Dr. Shubham Upadhyay) का इलाज के दौरान भोपाल के चिरायु अस्पताल (Chirayu Hospital) में निधन हो गया था, हालांकि सरकार ने इलाज के लिए लगभग एक करोड़ रूपए सहायता देने की घोषणा भी की थी , लेकिन बावजूद इसके जान ना बचाई जा सकी, जिसके बाद से सरकार चिकित्सों को लेकर अलर्ट हो गई है।
वीडियो कॉल से होम आइसोलेशन पर रखें नजर
सीएम ने कहा कि कोरोना कमाण्ड कन्ट्रोल सेन्टर को अधिक सक्षम बनाया जाये। इसके लिये कलेक्टर्स नियमित समीक्षा करें। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुये इन सेन्टर में कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों (Officer-Employees) को प्रशिक्षण दिया जाये। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि होम आइसोलेशन में रखे गये कोरोना पॉजिटिव (Corona positive) मरीजों के स्वास्थ्य के संबंध में सतत रूप से वीडियो कॉल से बात कर जानकारी ली जाये। वीडियो काल दिन में किसी भी समय किया जाये। सुनिश्चित किया जाये कि होम आइसोलेशन (Home Isolation) में रखे गये मरीज घर से बाहर नहीं जाये। आवश्यक होने पर होम आइसोलेट मरीज को तुरन्त अस्पताल (Hospital) पहुंचा कर इलाज किया जाये। प्रदेश में कोरोना के कुल मरीजों में 62 प्रतिशत मरीज होम आइसोलेशन में है।
सागर पर विशेष फोकस
मुख्यमंत्री चौहान के निर्देश पर सागर (Sagar) जिला मुख्यालय विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम भेजी गयी थी। इस दल ने सागर में मृत्यु दर अधिक होने की जाँच की और बताया कि वहां ऑक्सीजन (Oxygen) के साथ वेन्टीलेटर का उपयोग कम हो रहा है। इसलिये आवश्यक होने पर वेन्टीलेटर (Ventilator) का उपयोग करने की सलाह दी गयी है। फीवर क्लीनिक की सुविधा बढ़ाने के लिये कहा गया है। वेन्टीलेटर के उपयोग के संबंध में भोपाल के विशेषज्ञ चिकित्सकों को सागर के कोर ग्रुप में शामिल चिकित्सकों से बात करने के लिये कहा गया। हर हाल में सागर में कोरोना से मृत्यु दर को राज्य की औसत मृत्यु दर तक लाया जाये।
2 लाख के पार पहुंचा आंकड़ा
बता दे कि मध्य प्रदेश (Madhyapradesh) में कोरोना (Corona) का तांडव लगातार जारी है।आए दिन 1500 से ज्यादा मरीज सामने आ रहे है। रविवार को 1514 नए मरीज (New Positive Case) मिलने के बाद अब प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,04,745 हो गई है, वहीं पिछले 24 घंटे में कोरोना से 13 लोगों की मौत हो गई। कोरोना महामारी से अब तक 3250 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। सबसे ज्यादा एक्टिव केस इंदौर जिले में 4674 और भोपाल जिले में 2836 हैं। नए मामलों में सबसे अधिक इंदौर जिले में 536 और भोपाल जिले में 339 कोरोना संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा कुल 13 मृत्यु में से सबसे अधिक चार मौत इंदौर जिले में दर्ज की गयी हैं।