भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Former Chief Minister Kamal Nath) के द्वारा डबरा (Dabra) की एक सभा में प्रदेश की महिला बाल विकास मंत्री व भाजपा विधायक प्रत्याशी इमरती देवी (Imrati Devi) के खिलाफ दिए गए बयान पर मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस पूरे मामले में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी (Former National President Rahul Gandhi) द्वारा कमलनाथ के बयान को सही नहीं ठहराने के बाद में कांग्रेस के भीतर भी इस बयान को लेकर निंदा शुरू हो गई है ।
दरअसल राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा था कि इस तरह के बयान को मैं सही नहीं मानता लेकिन कमलनाथ ने यह कहकर, कि यह राहुल की व्यक्तिगत राय है, इस बात को तवज्जो नहीं दी थी। अब कांग्रेस के नेता ही कमलनाथ (Kamal Nath) के इस व्यवहार की निंदा कर रहे हैं ।वरिष्ठ कांग्रेस नेता माणक अग्रवाल (Congress leader Manak Aggarwal) ने कहा है कि राहुल गांधी से बड़ा नेता कांग्रेस में कोई नहीं है और इसीलिए कमलनाथ को तुरंत इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।
माणक यही नही रुके और आगे कहा कि लेकिन ऐसा नहीं होगा क्योंकि कमलनाथ, राहुल गांधी की कोई बात नहीं मानते। उन्होंने विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस (Congress) के वचन पत्र (Promissory note) में राहुल गांधी द्वारा किए गए वादों का उल्लेख करते हुए कहा कि यदि कमलनाथ उन वादों को पूरा कर देते तो कांग्रेस की सरकार मध्यप्रदेश में पूरे 5 साल चलती। उसके बाद इन उपचुनावों में भी कमलनाथ ने जिलों के लिए जो वचन पत्र तैयार कराए , उसमें राहुल गांधी का चित्र गायब होना इस बात को बताता है कि कमलनाथ राहुल गांधी को तवज्जो नहीं देते।
कमलनाथ के कार्यशैली की आलोचना करते हुए माणक अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने पुराने और निष्ठावान कांग्रेसियों की अनदेखी की जिसका खामियाजा प्रदेश में कांग्रेस को भुगतना पड़ा। माणक ने यह भी कहा कि वे किसी भी महिला के प्रति कहे गए इस तरह के शब्दों के सख्त खिलाफ हैं और किसी भी व्यक्ति को यह अधिकार नहीं है कि वह एक महिला के प्रति इस तरह के भाव रखें क्योंकि देश के अंदर कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उनकी बेटी दोनों सम्मानित महिला हैं और ऐसी पार्टी को तो महिलाओं का विशेष सम्मान करना चाहिए।