भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। प्रदेश में कोरोना संक्रमित को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) की घोषणा के बाद भी आयुष्मान योजना (Ayushman Yojana) का लाभ नहीं मिलने का मामला गर्माता जा रहा है। राजधानी भोपाल की चिरायु अस्पताल (chirayu hospital) द्वारा आयुष्मान कार्डधारकों को इलाज से मनाही के बाद अब इस मामले में प्रशासन ने हस्तक्षेप किया है। जिसके बाद अब सोमवार को कलेक्टर अविनाश लवानिया (avinash lavania) ने नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
दरअसल दरअसल राजधानी भोपाल के सभी 110 कोविद हॉस्पिटल में बेहतर कार्य के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई थी। जिस को निर्देश देते हुए कलेक्टर अविनाश लवानिया ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना का लाभ सभी पीड़ितों को मिले। इसके लिए जो अस्पताल आवंटित किए गए हैं। वहां के डॉक्टरों से लिखित में लिया जाए कि वह मरीजों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ दे रहे हैं।
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इतना ही नहीं कलेक्टर अविनाश लवानिया ने निर्देश दिए हैं कि अस्पताल में अस्पताल में पहले से भर्ती आयुष्मान कार्डधारक मरीजों को इसका लाभ मिले। इस मामले में कलेक्टर अविनाश लवानिया ने सख्त निर्देश दिए हैं कि भविष्य में यदि इन अस्पतालों से किसी भी तरह की शिकायत आती है तो इन अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञात हो कि राजधानी भोपाल के 110 कॉमेडी अस्पतालों में आयुष्मान योजना का लाभ दिलाए जाने के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति की गई थी। जिनका काम सभी अस्पतालों से अपडेट लेना और उनके भर्ती रजिस्टर को चेक करना होता है। वहीं बीते दिनों भोपाल के चिरायु अस्पताल द्वारा आयुष्मान कार्डधारकों का इलाज करने से मनाही के बाद यह मुद्दा गरमा गया है।
जिसके बाद 26 अप्रैल को जारी आदेश में कहा गया था कि निजी अस्पताल द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों को आयुष्मान योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा है। आयुष्मान योजना मामले में अब तक 200 से अधिक शिकायतें दर्ज की जा चुकी है।