MP में उत्कृष्ठ कार्यों के लिए शिक्षक सम्मानित, स्कूल शिक्षा मंत्री बोले-नवाचार करते रहे

Pooja Khodani
Published on -
स्कूल शिक्षा मंत्री

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार (Inder Singh Parmar) ने आज राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान 2020 कार्यक्रम में प्रदेश के उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों (Teacher) और प्राचार्यों को सम्मानित किया। इस मौके पर स्कूल शिक्षा मंत्री परमार ने कहा कि आपकी समस्याओं का विभिन्न माध्यमों और नीतियों के द्वारा निराकरण करना हमारी जिम्मेदारी है लेकिन इसके साथ ही आप सभी शिक्षको का कर्तव्य है कि प्रदेश के विद्यार्थियों के जीवन की उन्नति के लिए निरंतर प्रयास और नवाचार करते रहे।

MP Board: स्कूल शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला, 10वीं-12वीं की प्री बोर्ड परीक्षाओं के लिए 2 ऑप्शन

स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह ने कहा कि  शिक्षको का सम्मान समाज में स्थापित करने और उन्हें प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) के मार्गदर्शन में स्कूल शिक्षा विभाग (School Education Department) द्वारा निरंतर सम्मान कार्यक्रम किए जा रहे हैं।। आत्म-निर्भर भारत का निर्माण और भारत की विश्वगुरु के रूप में स्थापना शिक्षकों के योगदान से ही संभव है। भारत की संस्कृति में गुरु-शिष्य परम्परा का गौरवशाली इतिहास रहा है। जब-जब राष्ट्र पर संकट आया है, शिक्षकों ने ही देश का मार्गदर्शन किया है। कोरोना (Coronavirus) संकटकालीन परिस्थितियों में भी प्रदेश की शिक्षण व्यवस्था को सुचारू रखने में आप सभी के प्रयास और नवाचार प्रसंशनीय है।

सरकारी नौकरी: इन पदों पर निकली है बंपर भर्ती, 30 अप्रैल तक कर सकते है अप्लाई

राज्यमंत्री परमार द्वारा मंत्रालय में उपस्थित प्रदेश स्तर पर ऐसे स्कूल (School) जिनका परीक्षा परिणाम 90% या उससे अधिक रहा है उनके प्राचार्य जिनमें उज्जैन के भरत व्यास, भोपाल के सुधाकर पाराशर को शाल श्रीफल और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। कोविड 19 को दृष्टिगत रखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कार्यक्रम का आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया था। सभी जिलों के शासकीय विद्यालयों (Government School) के प्राचार्य और शिक्षक जिलों में स्थित एनआईसी वीसी रूम से वर्चुअली जुड़ें रहे।

इन शिक्षकों को मिला सम्मान

  • राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार 2020 से मध्य प्रदेश के 23 शिक्षकों को जिनमें आगर मालवा की सुश्री अनीता जैन, अशोक नगर के शिवपाल सिंह यादव, बड़वानी के रामचंद्र चौहान, भिंड के सत्यभान सिंह भदौरिया, छतरपुर के श्री संजय कुमार जैन, छिंदवाड़ा के अनिल कुमार कोठेकर, दतिया के डॉक्टर अनिल कुमार दुबे, देवास के विकास महाजन, डिंडोरी के  संजय कुमार तिवारी, खंडवा के  जगदीश गौर और  नरेंद्र कर्मा।
  • गुना के प्रकाश शर्मा, इंदौर की सुश्री सुनयना शर्मा, नरसिंहपुर के  नारायण प्रसाद गुप्ता, नीमच के  शोएब खान, पन्ना के  विनीत कुमार द्विवेदी, राजगढ़ के  नरेंद्र कुमार राठौर, रतलाम के सुभाष कुमावत, रीवा के डॉक्टर नीरज कुमार पांडे, सागर की सूश्री सरोज प्रजापति, सतना की डॉ अर्चना शुक्ला और शहडोल के  श्रद्धानंद दुबे को शाल, श्रीफल, सम्मान राशि 25 हजार रुपए और प्रशस्ति पत्र जिला स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रदान कर सम्मानित किया गया।
  • राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2020 के लिए पुरस्कृत किए गए जिला टीकमगढ़ के शिक्षक  संजय कुमार जैन और जिला छिंदवाड़ा के मोहम्मद शाहिद अंसारी को एवं वर्ष 2019 के राष्ट्रीय शिक्षा सम्मान से सम्मानित रतलाम के शिक्षक डॉ. ललित मेहता को राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया।
  • इसके साथ ही शिक्षक दिवस 2020 के उपलक्ष्य में आयोजित ऑनलाइन (Online) राज्य स्तरीय शैक्षिक संगोष्ठी 2020 के दो विजेता शिक्षक शाजापुर के  आशीष जोशी और शहडोल के  रवि कुमार द्विवेदी को भी राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया।
  • इसी तरह राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान प्राप्त 3 शिक्षक, राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान 2020 के लिए चयनित 23 शिक्षक, राज्य स्तरीय ऑनलाइन शैक्षिक संगोष्ठी के दो विजेता शिक्षक और 80 ऐसे शिक्षक और प्राचार्य जिनके स्कूल का विगत वर्ष परीक्षा परिणाम 90% या उससे अधिक अथवा जिनके स्कूल के परीक्षा परिणाम में विगत 3 वर्षों से उत्तरोत्तर प्रगति परिलक्षित हुई है, उनके नाम सम्मान के लिए डिस्प्ले किए गए एवं संबंधित जिले के कलेक्टोरेट  में शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
  • राज्य मंत्री  परमार ने शिक्षकों के सम्मान उपरांत शाजापुर के प्राचार्य क्रांतिविजय खेनवार और रतलाम के सुभाष कुमावत के विद्यालयीन शिक्षा (Education) व्यवस्था पर आधारित रिप्रेजेंटेशन को देखा और उनसे चर्चा भी की।

About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News