भोपाल। प्रदेश में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के अगले दिन राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा शिक्षकों की हाजिरी एप से लगाने का आदेश जारी करने पर महिला अधिकारी जेपी आइरीन सिंथिया को कांग्रेस ने निशाने पर ले लिया है। प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने कहा कि जब मतगणना के दूसरे दिन नई सरकार का गठन तय हो गया था तब राज्य शिक्षा केंद्र को धैर्य का परिचय देना था। आदेश जारी करने की ऐसी क्या जल्दी थी कि उन्होंने नये मंत्रिमण्डल के गठन का इंतजार तक नहीं किया? गुप्ता ने आदेश को स्थगित करने की मांग की है।
गुप्ता ने कहा कि राज्य शिक्षा केंद्र को आदेश जारी करने के पूर्व उसकी जानकारी नये शिक्षा मंत्री को देने के लिये राज्य शिक्षा केन्द्र को कुछ दिन और इंतजार करना था। ऐसा भी नहीं था कि नया शिक्षा सत्र शुरू हो रहा है। अचानक एम शिक्षा मित्रह्ण एप के जरिये शिक्षकों की उपस्थिति के आदेश जारी करने के पीछे क्या कारण और मंशा थी?
भूपेन्द्र गुप्ता ने कहा कि उन्हें आदेश जारी करने के पहले कांगे्रस के वचन पत्र को गंभीरता से पढ़ लेना चाहिये था, जिसमें एम शिक्षा मित्र समाप्त करने का उल्लेख है। राज्य शिक्षा केंद्र को नये शिक्षा मंत्री के आने तक यह आदेश तत्काल स्थगित करना चाहिये।
एम शिक्षा मित्र एप से शिक्षकों की हाजिरी का आदेश पुराना है। राज्य शिक्षा केंद्र की ओर से कोई नया आदेश जारी नहीं किया गया है। आदेश को निरस्त और स्थगित करने का अधिकार राज्य सरकार को है। शासन स्तर से जो निर्देश मिलेंगे। आगे का��्रवाई की जाएगी।
जेपी आइरिन सिंथिया, संचालक, राज्य शिक्षा केंद्र