भोपाल।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से कर्ज माफी का मुद्दा सियासी गलियारों में बना हुआ है। आए दिन जहां कांग्रेस विभिन्न मंच से कर्जमाफी के नाम पर वोट मांग रही है, तो वहीं बीजेपी इसे लेकर कांग्रेस से सबूत मांग रही है। इसे लेकर आज सुबह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल किसानों की कर्जमाफी के सबूत को लेकर सीधे पूर्व मुख्यसमंत्री शिवराज सिंह के आवास पर पहुंचा। कांग्रेस के लोकसभा चुनाव प्रभारी सुरेश पचौरी ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज को 21 लाख किसानों की कर्ज माफी के दस्तावेज सौंपे है। सुरेश पचौरी ने मीडिया से चर्चा करते हुए बीजेपी पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास कुछ नहीं है, इसलिए कर्जमाफी को लेकर झूठ फैला रही है. उन्होंने कहा कि इसलिए हमने शिवराज को कर्जमाफी के दस्तावेज सौंपे हैं।
कर्जमाफी के दस्तावेज मिलने के बाद शिवराज सिंह ने पत्रकार वार्ता की है,जहां उन्होंने कहा कि अपने झूठ और फरेब से कांग्रेस सरकार घबराई हुई है।शिवराज ने कहा कि वे झूठ का पुलिंदा लेकर आए थे। शिवराज ने लेपटॉप पर एक वीडियों दिखाते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल बाबा ने 10 दिन में कर्जमाफी का वादा किया था। लेकिन अब तक कर्जा माफ नहीं हुआ, सिर्फ किसानों के साथ धोखा हुआ है क्योंकि जब तक सरकार बैंकों को पैसा नहीं देगी, तब तक कर्जा कैसे माफ होगा। केवल सूची बढ़ा देने से कर्ज़ा माफ नहीं हो सकता है। मध्यप्रदेश में किसानों का कर्जा माफ करने के लिए 48 हज़ार करोड़ की जरूरत है और सरकार ने बैंकों को कुल 1300 करोड़ रुपये दिए हैं, तो ऐसे में अब आप ही बताएं कैसे कर्जा माफ हो सकता है ।मैं फिर कहता हूं कि किसान का कर्ज़ा माफ नहीं हुआ है। कांग्रेस के नेता मेरे पास कृषि विभाग की किसानों की सूची लेकर आए थे।मैं कहता हूं आप मुझे बैंकों की सूची दीजिये, कर्ज़ माफ तो बैंक करेंगे. केवल माहौल बिगाड़ने और किसानों को भ्रमित करने से कुछ नहीं होगा।
बीते 4 महीनों पर नजर डाले तो पीएम मोदीस, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ-साथ सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित सभी बीजेपी के बड़े नेता अपने भाषणों में कांग्रेस की कर्जमाफी का जिक्र करते आए हैं। ये सभी दिग्गज नेता चुनाव प्रचार के दौरान प्रदेश की कमलनाथ सरकार को कर्जमाफी पर घेरने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। भाजपा सीधे-सीधे कर्जमाफी को झूठा बताने का काम कर रही है और कांग्रेस बीजेपी की बात को गलत बताते हुए सबूत देने में लगी है।